आमिर खान बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान (Aamir Khan) भी अवॉर्ड फंक्शन से दूरी बनाकर रखते हैं। उनकी फिल्मों ‘जो जीता वही सिकंदर’, ‘हम है राही प्यार के’ और ‘रंगीला’ को नजरअंदाज किए जाने के बाद से उन्होंने अवॉर्ड शोज में जाना बंद कर दिया था। वे आज भी किसी अवॉर्ड फंक्शन में नजर नहीं आते। वर्ष 1996 में आमिर की फिल्म ‘रंगीला’ फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए नोमिनेट हुई थी। हालांकि अवॉर्ड ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगें’ को मिला। ऐसा ही कुछ उनकी फिल्म ‘जो जीता वही सिंकदर’ के साथ भी हुआ था।
अजय देवगन बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन भी अवॉर्ड फंक्शन पर सवल उठा चुके हैं। वे इन अवॉर्ड समारोह को भरोसेमंद नहीं मानते। उनका कहना है इनमें अवॉर्ड देने में हेर—फेर की जाती है। उनका मानना है कि पहले ही फोन करके बता दिया जाता है कि अवॉर्ड किसे मिलने वाला है।
कंगना रनोत अभिनेत्री कंगना रनोत अपने बेबाक बयानों के लिए जानी जाती हैं। वे हर मुद्दे पर खुलकर बोलती हैं। बॉलीवुड में नेपोटिज्म पर वे कई बार बेबाक बयान दे चुकी हैं। इतना ही उन्होंने बॉलीवुड अवॉर्ड शोज को भी फिक्सड बताया था। उनका कहना था कि वे बॉलीवुड के अवॉर्ड सिस्टम यकीन नहीं करती। इसी वजह से वे इनसे दूरी बनाकर रखती हैं।
मनोज मुंतशिर गीतकार मनोज मुंतशिर ने भी वर्ष 2019 से अवॉर्ड फंक्शन से दूरी बना ली। दरअसल, मनोज मुंतशिर को ‘केसरी’ के सॉन्ग ‘तेरी मिट्टी’ के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड में नोमिनेट किया गया था। लेकिन यह अवॉर्ड ‘गली बॉय’ फिल्म के गाने ‘अपना टाइम आएगा’ को दे दिया गया। इसके बाद मुंतशिर ने सोशल मीडिया पर अवॉर्ड्स शोज में नहीं जाने की बात कही थी।