कहानी
इस फिल्म की कहानी ठीक वैसी ही है जैसी 90 के दशक में बेहद पसंद की जाती थी। अमीर और लालची बाप की बेटी का गरीब आदमी से प्यार। वरुण धवन ( Varun Dhawan ) राजू नाम के सुपरहीरो टाइप कुली के किरदार में हैं। कुली के काम के कारण शादी नहीं हो पाती। उधर, जयकिशन (जावेद जाफरी) नाम के शादी कराने वाले पंडित की अमीर बिजनेसमैन जैफ्री राजारियो (परेश रावल) की बेटी सराह राजारियो (सारा अली खान) ( Sara Ali Khan ) एक रिश्ते की बातचीत के दौरान बेइज्जती कर देते हैं। जयकिशन का प्रतिशोध और राजू के शादी करने की चाहत एक हो जाती है। राजू को सिंगापुर के राजकुमार के रूप में जैफ्री के सामने पेश किया जाता है। और फिर शुरू होता है गड़बड़झाला। कहानी में इतने मोड़ और उनका तोड़ है कि आप फिल्म के साथ आगे बढ़ते रहेंगे। 90 के दशक की कहानियों की तरह हैप्पी एंडिंग।
अभिनय
ये फिल्म गोविंदा और करिश्मा कपूर के पुरानी कुली नं 1 के पैमाने पर देखी जा रही है। इसमें दोनों ने पूरी कोशिश की है कि वो समा बांधा जाए जो उस दौर में था। वरुण के कई एक्सप्रेशन आपको गोविंदा की याद दिलाएंगे। हालांकि ये नया गोविंदा सब कर सकता है। गुंडों की जबरदस्त पिटाई, स्टार्स की मिमिक्री, अंग्रेजी बोलने का प्रयास और दिल का सच्चा। परेश रावल, जावेद जाफरी, राजपाल यादव, जॉनी लीवर इस मूवी में भी अपने रोल के हिसाब से असर छोड़ने में कामयाब रहे।
संगीत
अगर इस मूवी का सबसे मजबूत पक्ष है तो वह है इसका संगीत। कुली नं 1 के पुराने गीतों पर वरुण और सारा अली को थिरकने देखना अलग अनुभव है। गानों में नयापन वरुण और सारा की जोड़ी है।
निर्देशन
डेविड धवन ने ही गोविंदा वाली कुली नं को कामयाब फिल्म बनाया था। इसलिए उनके निर्देशन को लेकर कुछ खास नहीं कहा जा सकता है। हालांकि 2020 का गोविंदा दर्शकों के सामने लाने में उन्होंने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। इसमें वह हर मसाला है जो दर्शक खींचने के लिए अपनाया जा सकता है। हालांकि डेविड धवन से उम्मीद ज्यादा की जाती है। इस फिल्म को पार्ट 2 के रूप में बनाया जाता तो ज्यादा बेहतर होता।
इसलिए देखें— अगर आप गोविंदा और वरुण धवन के फैन हैं तो एक बार जरूर देखनी चाहिए।