तमिल, हिन्दी, पंजाबी, टीवी पर जगह आजमाया लक
दिल्ली में पैदा हुईं जिविधा की पहली फिल्म 1998 में आई। ये एक तमिल फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने हिन्दी सिनेमा का रुख किया। ताल फिल्म में उन्हें एक छोटा सा रोल मिला। इसके बाद 2002 में वो ‘ये दिल आशिकाना’ में लीड हीरोइन बनीं। पूजा नाम के उनके किरदार को खूब पसंद किया गया। फिल्म का टाइटल ट्रैक और ‘ऐ मेरी कॉलेज की नटखटी लड़कियों’ तो जबरदस्त हिट रहा।
दिल्ली में पैदा हुईं जिविधा की पहली फिल्म 1998 में आई। ये एक तमिल फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने हिन्दी सिनेमा का रुख किया। ताल फिल्म में उन्हें एक छोटा सा रोल मिला। इसके बाद 2002 में वो ‘ये दिल आशिकाना’ में लीड हीरोइन बनीं। पूजा नाम के उनके किरदार को खूब पसंद किया गया। फिल्म का टाइटल ट्रैक और ‘ऐ मेरी कॉलेज की नटखटी लड़कियों’ तो जबरदस्त हिट रहा।
‘ये दिल आशिकाना’ के बाद जिविधा को फिल्म नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने पंजाबी इंडस्ट्री का रुख किया। दिलजीत दोसांझ के साथ भी उन्होंने एक फिल्म की लेकिन ज्यादा सफलता नहीं मिली। 2016 में ‘मोहनजोदाड़ो’ में एक छोटे से रोल से जिविधा की वापसी हिन्दी फिल्मों में हुई। इसके बाद 2019 में ‘फिर उसी मोड पर’ नाम की एक फिल्म में वो दिखीं। जिविधा ने 2003 से 2008 के बीच टीवी पर भी कुछ काम किया लेकिन टीवी पर भी बहुत कामयाबी उनको नहीं मिली।
अब क्या कर रही हैं जिविधा
जिविधा में जो लोग आने वाली समय की स्टार देख रहे थे, उनके लिए ये दिल तोड़ने वाली बात हो सकती है कि उनके पास कई सालों से कोई काम नहीं है। एक्टिंग से दूर होने के बाद वह एक फर्म में बिजनेस हेड के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। जिविधा मुंबई में रहती हैं। कभी-कभी किसी प्रोडक्ट के लॉन्च या किसी फिल्मी कार्यक्रम में वो दिख जाती हैं। सोशल मीडिया पर भी वो कभी कभी अपनी तस्वीरें शेयर करती रहती हैं। जिविधा ने शादी नहीं की है और अपनी पर्सनल लाइफ पर भी वह बहुत बात नहीं करती हैं।
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