समर अनुपमा से कहता है कि वो उसे एयरपोर्ट छोड़ सकता है। अनुपमा समर से कहती है कि वो अकेले ही मैनेज कर लेगी। काव्या अनुपमा को अनुज के साथ मस्ती करने के लिए ताना देती है।
एयरपोर्ट के रास्ते में अनुज की कार खराब हो जाती है। किंजल और समर अनुपमा को निर्देश देते हैं। अनुपमा अनुज और समर को चिंता न करने के लिए कहती है। बाद में, अनुपमा फ्लाइट में चढ़ने के लिए उत्साहित हो जाती है। अनुज अनुपमा से पहले पहुंचने के लिए हवाई अड्डे के लिए दौड़ता है। अनुपमा ने अनुज को सड़क पर दौड़ते हुए देखती है। वो अनुज को लिफ्ट देती है।
वहाँ, समाज की महिलाएँ लीला से पूछती हैं कि क्या अनुपमा कहीं जा रही है क्योंकि उसकी बेटी उसे हवाई अड्डे पर देखती है। लीला चिढ़ जाती है। इस बीच, अनुज के साथ अनुपमा उत्साह से उड़ान भरने के लिए तैयार हो जाती है।
समर शाह को बताता है कि अनुपमा हवाई अड्डे पर पहुंच गई है। समर बापूजी से बात करता है और कहता है कि वनराज कभी-कभी अच्छे से बात भी कर लेते है। बापूजी का कहना है कि वनराज अनुपमा के लिए खुश होना चाहता है लेकिन वह खुद को सीमित रखता है।
वही दूसरी तरफ अनुपमा सीट बेल्ट नहीं लगा पा रही है। अनुज एयरहोस्टेस से अनुपमा की मदद करने के लिए कहता तभी वहाँ एक आदमी ताना मारता है कि लोगों को सीट बेल्ट लगाना भी नहीं आता। अनुज जब उस आदमी से पूछता है कि वो क्या कह रहा है तो वो आदमी अनुज से माफी मांगता है। काव्या वनराज से सवाल करती है कि क्या बात उसे अनुपमा अभी भी पसंद है।