पाखी का कहना है कि उसने बाहर हॉकी स्टिक देखी, क्या वो हॉकी भी खेलता है। अनुज बताता है कि वो कॉलेज के दिनों में इसका इस्तेमाल कॉलेज के उन लड़कों को डराने के लिए करता था जो लड़कियों को धमकाते थे। जीके कहते हैं कि एके अभी भी कुश्ती लड़ सकते हैं और मामाजी से पूछते हैं कि क्या वह एके के साथ लड़ना चाहेंगे। मामाजी ना लड़ने के लिए बहाना बनाते है। वही वनराज कहता है कि वो एके के साथ लड़ना चाहेगा। एके ने उसे जीके की बातों पर ध्यान न देने के लिए कहा। पाखी का कहना है कि एके कॉलेज में ऑलराउंडर था, लेकिन वह उसके पापा को नहीं हरा सकता। एके मान जाता है।
प्रतियोगिता शुरु होती है।जहां तोशु और काव्या वनराज को चीयर करते हैं जबकि समर और किंजल एके को चीयर करते हैं। एके वनराज पर हावी हो जाता है, फिर वनराज उस पर हावी हो जाता है और कहता है कि वो अब तक कभी नहीं हारा। अनुपामा तनाव में आ जाती है और पीछें की तरफ मुंह कर लेती है। एके ये देख लेता है और हार जाता है।
एके को एक कॉल आता है और अनु को बताता है कि उनकी टीम सेलेक्ट हो गई है और उन्हें अपने मुंबई होटल प्रोजेक्ट के लिए जाना पड़ेगा। बापूजी कहते हैं कि जब काम की मांग होती है, तो उन्हें जाना पड़ता है। समर और किंजल बापूजी का समर्थन करते हैं। बा कहते हैं कि जब अहमदाबाद में काम है तो मुंबई क्यों जाना। काव्या ताना मार कर बोलती है जो कभी अहमदाबाद से बाहर नहीं गई थी, वो मुंबई जा रही है। तब तोशु कहता है कि अनु बाहर नहीं जाएगी तो एके कहता है कि उसकी माँ अपने निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है। अनु जाता के लिए हां कर देती है। शाह परिवार घर पहुंचा। अनु बापूजी की दवा देती है। बा उससे दवा का डिब्बा छीन लेती है और कहती है कि अनु छुट्टी पर जा सकती है, वह अपने पति और घर को संभाल लेगी।