2030 तक हो सकती है 30% हिस्सेदारी
रिपोर्ट के अनुसार भारत में 2030 तक इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मार्केट में हिस्सेदारी बढ़कर 30% हो सकती है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की सेल को देखा जाए, तो 1 अप्रैल, 2022 से 9 दिसंबर, 2022 तक देश में करीब 4.43 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की सेल हुई है। देश में एक वित्तीय वर्ष में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की यह सबसे ज़्यादा सेल है। देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के इस बढ़ते ट्रेंड को देखते हुए विदेश की भी कई ऑटोमोबाइल कंपनियाँ भारत में अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लाइनअप को तेज़ी से बढ़ा रही है। इसी बढ़ते ट्रेंड को देखते हुए एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2030 तक भारतीय व्हीकल्स मार्केट में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की हिस्सेदारी 30% हो सकती है।
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सरकार भी दे रही है प्रोत्साहन भारत की सरकार भी देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन देती है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए शुरू की गई फेम-II (FAME-II) स्कीम से भारतीय इलेक्ट्रिक व्हीकल्स मार्केट को काफी फायदा हुआ है। जल्द ही इस स्कीम का विस्तार भी किया जाएगा। भारत सरकार का FAME-II स्कीम का विस्तार करते हुए देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ाने का प्लान है। फेम-II स्कीम के तहत देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की खरीद पर सरकार के द्वारा सब्सिडी दी जाती है। साथ ही सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल्स खरीदने के लिए लोगों को प्रोत्साहित भी करती है।
पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन में भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बढ़ाई जा रही है हिस्सेदारी
भारत सरकार सिर्फ प्राइवेट ट्रांसपोर्टेशन में ही नहीं, पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन में भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की हिस्सेदारी बढ़ाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए देश में इलेक्ट्रिक बसें चलाई जा रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार इस समय देश में करीब 3,000 इलेक्ट्रिक बसें हैं। सरकार का लक्ष्य अगले एक साल में देश में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या को बढाकर 7,000 तक करना है।