नई के बजाय सेकेंड हैंड इलेक्ट्रिक कार खरीदें?
वर्तमान में इलेक्ट्रिक पुरानी कारों मे शायद ही कोई वाहन हो। तो जाहिर है, आप पुरानी इलेक्ट्रिक कार तो खरीद नहीं सकते हैं। इसके साथ ही पेट्रोल और डीजल से चलने वाली मौजूदा पारंपरिक कार को इलेक्ट्रिक किट में बदल आप ईवी के मालिक बन सकते हैं। यह कुछ साल पहले एक बेतुके प्रस्ताव की तरह लग सकता था, लेकिन अब नहीं। क्योंकि कई छोटी ऑटोमोबाइल कंपनियां आईसीई से चलने वाले वाहनों को ईवी में बदलने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन किट तैयार कर रही हैं।
भारत में इलेक्ट्रिक कार बाजार अभी स्थापित नहीं हुआ है, लेकिन कुछ सस्ते विकल्पों की तलाश करने वाले खरीदारों के लिए Electric Kit Conversion अभी भी एक सामान्य विकल्प बन सकता है। सीधे शब्दों में कहें तो इसमें सिर्फ एक वाहन से इंजन को हटाना और इसे इलेक्ट्रिक पावरट्रेन से बदलना है। बैटरी पैक और इलेक्ट्रिक मोटर को किसी वाहन में फिर से लगाया जा सकता है ताकि उसे वे सभी लाभ मिल सकें जिनकी आप EV से अपेक्षा करते हैं।
इसकी लागत कितनी है?
जाहिर है, इस बात को सुनने के बाद आपके दिमाग में सबसे पहला सवाल आया होगा। इसकी कीमत। तो बता दें, कि पुणे की एक ईवी किट निर्माता नॉर्थवे मोटरस्पोर्ट को अभी भी दो किट के लिए मंजूरी का इंतजार है जो मारुति सुजुकी डिजायर और मारुति सुजुकी इग्निस के लिए बनाई गई हैं। दो महीने में मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
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कीमत की बात करें तो यदि पूर्व स्वामित्व वाली सुजुकी Dzire वाला कोई खरीदार अपनी कार को परिवर्तित करने के लिए नॉर्थवे जाता है, तो उन्हें इसे ईवी में बदलने के लिए लगभग 6.5 लाख रुपये खर्च करने होंगे। एक सफल किट को लगाने के बाद यह कार सिंगल चार्ज में लगभग 120 किमी की रेंज देगी। वहीं कंपनी की भविष्य में एक लंबी दूरी की किट पेश करने की योजना है जो 250 किमी की रेंज प्रदान करने में सक्षम होगी। बता दें, यह कंपनी वर्तमान में एकल मोटर पावरट्रेन बेचने की योजना बना रही है जिसे 7.5kW के लिए रेट किया गया है और इसकी पीक पावर 25kW तक जाती है।