यह सवाल अक्सर उठता रहता है कि टीएमसी में ममता बनर्जी के बाद उनकी कुर्सी कौन संभालेगा। कौन है वह शख्स, पार्टी में जिसकी सबसे ज्यादा चलती है। कौन है वह, जिसे ममता बनर्जी के बाद टीएमसी में सबसे ताकतवर माना जाता है। मगर टीएमसी और ममता बनर्जी को करीब से जानने वाले इसका जवाब तुरंत देते हैं। जो नाम उनकी जुबान पर आता है, वह 33 वर्षीय अभिषेक बनर्जी का होता है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections 2021) में भाजपा इस शख्स पर जमकर निशाना भी साध रही है।
जी हां, ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी। पार्टी में उनके कद को देखते हुए तमाम नेता ममता के बाद अभिषेक का हुक्म मानने को मजबूर होते हैं। दबी जुबान में कई नेता यह भी स्वीकार करते हैं कि ममता बनर्जी भी वंशवाद की शिकार हो गई हैं। अभिषेक को आगे लाकर वह पार्टी में वंशवाद को बढ़ावा दे रही हैं।
टीएमसी में कई नेता उनसे खुश नहीं
हालांकि, अभिषेक की स्वीकार्यता पार्टी मेंं पूरी तरह है, जिन्हें वे, उनका कद और उनकी बात स्वीकार नहीं, उन्हें टीएमसी छोडक़र जाना पड़ता है। हाल ही में बहुत से नेताओं ने टीएमसी का दामन छोड़ा है। इनमें ज्यादातर नेताओं ने पार्टी छोडऩे की बड़ी वजह अभिषेक को बताया है। वहीं, कुछ नेता यह भी दावा करते हैं कि ममता की तरह अभिषेक की छवि साफ-सुथरी नहीं है।
हालांकि, अभिषेक की स्वीकार्यता पार्टी मेंं पूरी तरह है, जिन्हें वे, उनका कद और उनकी बात स्वीकार नहीं, उन्हें टीएमसी छोडक़र जाना पड़ता है। हाल ही में बहुत से नेताओं ने टीएमसी का दामन छोड़ा है। इनमें ज्यादातर नेताओं ने पार्टी छोडऩे की बड़ी वजह अभिषेक को बताया है। वहीं, कुछ नेता यह भी दावा करते हैं कि ममता की तरह अभिषेक की छवि साफ-सुथरी नहीं है।
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पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी अभिषेक बनर्जी पर लगातार निशाना साधती रही है। पार्टी का दावा है कि तृणमूल कांग्रेस से जो भी नेता पार्टी छोडक़र भाजपा में आ रहे हैं, वे सभी अभिषेक बनर्जी के रवैये से परेशान हो चुके थे। हालांकि, भाजपा इस चुनाव से ठीक पहले अभिषेक, उनकी पत्नी और साली पर कोयला घोटाले में शामिल होने का आरोप भी लगाती रही है। वैसे इस मामले में सीबीआई भी इन सभी से पूछताछ कर चुकी है और जांच प्रक्रिया धीरे-धीरे बढ़ रही है। बहरहाल, अभिषेक बनर्जी पर सिर्फ भाजपा ही नहीं, कांग्रेस, वामदल और दूसरी अन्य विपक्षी पार्टियां भी निशाना साधती रही हैं। अभिषेक कोलकाता के डायमंड हार्बर सीट से टीएमसी सांसद हैं। इसके अलावा बीते दस साल से वह तृणमूल की युवा इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी अभिषेक बनर्जी पर लगातार निशाना साधती रही है। पार्टी का दावा है कि तृणमूल कांग्रेस से जो भी नेता पार्टी छोडक़र भाजपा में आ रहे हैं, वे सभी अभिषेक बनर्जी के रवैये से परेशान हो चुके थे। हालांकि, भाजपा इस चुनाव से ठीक पहले अभिषेक, उनकी पत्नी और साली पर कोयला घोटाले में शामिल होने का आरोप भी लगाती रही है। वैसे इस मामले में सीबीआई भी इन सभी से पूछताछ कर चुकी है और जांच प्रक्रिया धीरे-धीरे बढ़ रही है। बहरहाल, अभिषेक बनर्जी पर सिर्फ भाजपा ही नहीं, कांग्रेस, वामदल और दूसरी अन्य विपक्षी पार्टियां भी निशाना साधती रही हैं। अभिषेक कोलकाता के डायमंड हार्बर सीट से टीएमसी सांसद हैं। इसके अलावा बीते दस साल से वह तृणमूल की युवा इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
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अब आपको बताते हैं कि अभिषेक बनर्जी कौन हैं और उनका ममता बनर्जी से क्या रिश्ता है। अभिषेक पर ममता इतना भरोसा क्यों करती हैं। दरअसल, ममता बनर्जी के बड़े भाई अजित के बेटे हैं अभिषेक। यानी दोनों के बीच रिश्ता बुआ और भतीजे का है। वह बचपन से ही ममता बनर्जी के पास रहे हैं। सिर्फ पार्टी ही नहीं बल्कि, पूरे बंगाल में यह चर्चा हैं कि अभिषेक को ममता बनर्जी बहुत मानती और प्यार करती हैं। वहीं, टीएमसी के कई नेता इस बात से नाखुश भी रहते हैं। चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक, अभिषेक बनर्जी सिर्फ डेढ़ करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं, मगर वह जैसी जिंदगी जीते है, उससे कोई भी इस बात पर भरोसा नहीं करेगा। उनकी शुरुआती पढ़ाई कोलकाता के बिरला स्कूल से हुई है, जबकि आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट में एडमिशन लिया।
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अभिषेक बनर्जी की कोलकाता के कालीघाट में आलीशान कोठी है। इस घर में वह हर शानदार सुख-सुविधाएं मौजूद हैं। दूसरे दलों के नेता इस घर को लेकर ममता बनर्जी पर निशाना साधते हैं कि वह साधारण घर में रहने का दिखावा करती हैं, जबकि अभिषेक इस शानदार लाइफस्टाइल से आलीशान कोठी में रहते हैं। दावा यह भी किया जाता है कि घर से ठीक सटे गैर कानूनी तौर पर हैलीपैड भी बनवाया गया है।
अभिषेक बनर्जी की कोलकाता के कालीघाट में आलीशान कोठी है। इस घर में वह हर शानदार सुख-सुविधाएं मौजूद हैं। दूसरे दलों के नेता इस घर को लेकर ममता बनर्जी पर निशाना साधते हैं कि वह साधारण घर में रहने का दिखावा करती हैं, जबकि अभिषेक इस शानदार लाइफस्टाइल से आलीशान कोठी में रहते हैं। दावा यह भी किया जाता है कि घर से ठीक सटे गैर कानूनी तौर पर हैलीपैड भी बनवाया गया है।
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हालांकि, विरोधी पक्ष यह भी दावा करता है कि बंगाल में राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत किए गए सफेद और नीले रंग का पैंट अभिषेक की फैक्ट्री से ही आता है, जिससे उन्हें तगड़ी कमाई होती है। अभिषेक की पत्नी को कुछ साल पहले दमदम एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने रोक लिया था। दावा किया गया था कि उनके पास से सोना बरामद हुआ था। इसके अलावा, अभिषेक, उनकी पत्नी और साली पर कोयला माफियाओं से सांठगांठ का आरोप भी लगता रहा है, जिसकी जांच चल रही है। हालांकि, ममता बनर्जी इसे बदले की कार्रवाई बताते हुए पूरे मामले को निराधार बताती हैं।
हालांकि, विरोधी पक्ष यह भी दावा करता है कि बंगाल में राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत किए गए सफेद और नीले रंग का पैंट अभिषेक की फैक्ट्री से ही आता है, जिससे उन्हें तगड़ी कमाई होती है। अभिषेक की पत्नी को कुछ साल पहले दमदम एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने रोक लिया था। दावा किया गया था कि उनके पास से सोना बरामद हुआ था। इसके अलावा, अभिषेक, उनकी पत्नी और साली पर कोयला माफियाओं से सांठगांठ का आरोप भी लगता रहा है, जिसकी जांच चल रही है। हालांकि, ममता बनर्जी इसे बदले की कार्रवाई बताते हुए पूरे मामले को निराधार बताती हैं।