क्या था मधुमिता शुक्ला हत्याकांड 2003 में लखनऊ की पेपर मिल कॉलोनी में युवा कवियित्री मधुमिता शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने यूपी की राजनीति में भूचाल ला दिया था। 22 साल की मधुमिता की हत्या के आरोपी बसपा सरकार में मंत्री रहे 58 साल के अमरमणि त्रिपाठी व उनकी पत्नी मधुमणि का नाम आया था। इस बहुचर्चित हत्याकांड की सीबीआई जांच हुई थी और अमरमणि त्रिपाठी व उनकी पत्नी को गिरफ्तार किया था। हत्याकांड के चार साल बाद 2007 में देहरादून सत्र एवं जिला न्यायालय ने अमरमणि व उनकी पत्नी को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
कौन थी मधुमिता यूपी के लखीमपुर खीरी के एक छोटे कस्बे की रहने वाली मधुमिता शुक्ला महज 16 साल की उम्र से ही वीर रस की कविताओं का मंच पर पाठ करने लगी थीं। बाद में वह लखनऊ आ गई और यहां बाहुबली मंत्री अमरमणि त्रिपाठी से उसका संपर्क हुआ। मधुमिता की कविताओं को सुनने के लिए अमरमणि की मां के साथ उनकी दोनों बेटियां भी जाती थीं। धीरे-धीरे दोनों बेटियों से मधुमिता की दोस्ती हो गई। घर में आने-जाने की वजह से पत्नी से भी संपर्क बढ़ गया। इसी दौरान मधुमिता और अमरमणि बीच भी नजदीकियां बढ़ने लगीं।