उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव : महारथी नहीं उतरेंगे समर में, दूर बैठकर फेंकेंगे सियासी तीर
यूपी की 18वीं विधानसभा के रण में कई जाने-माने महारथी दूर से ही बैठकर सियासी तीर फेकेंगे। वह चुनाव नहीं लड़ेंगे बल्कि लड़वाने का काम करेंगे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भले ही अनमने मन से यह कह रहे हैं कि पार्टी कहेगी तो चुनाव मैदान में उतरेंगे लेकिन यह तय हो चुका है वे चुनाव नहीं लड़ेंगे।
लखनऊ. (महेंद्र प्रताप सिंह) यूपी की 18वीं विधानसभा के रण में कई जाने-माने महारथी दूर से ही बैठकर सियासी तीर फेकेंगे। वह चुनाव नहीं लड़ेंगे बल्कि लड़वाने का काम करेंगे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भले ही अनमने मन से यह कह रहे हैं कि पार्टी कहेगी तो चुनाव मैदान में उतरेंगे लेकिन यह तय हो चुका है वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसी तरह बसपा प्रमुख मायावती और पार्टी महासचिव सतीश मिश्र और उनका परिवार चुनाव न लड़ने की घोषणा कर चुका है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सीएम योगी आदित्यनाथ और उनके दोनों डिप्टी सीएम के चुनावी समर में उतरने के संकेत दिए हैं। लेकिन ये तीनों नेता कहां से ताल ठोंकेगे अभी रणक्षेत्र तय नहीं हुआ है। योगी के चुनाव क्षेत्र को लेकर कयासों का दौर जारी है।
अयोध्या से चुनाव लड़ेंगे योगी? यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संकेत दिया है वह विधानसभा चुनाव अयोध्या से लड़ सकते हैं। इसके अलावा उनके गोरखपुर या फिर मथुरा से चुनाव लडऩे की भी चर्चाएं हैं। अटकलों के बीच जो संकेत मिल रहे हैं वो इशारा कर रहे हैं कि सीएम योगी अयोध्या सदर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
सिराथू से ताल ठोकेंगे केशव मौर्य डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या कौशांबी जिले की सिराथू सीट से चुनाव लडऩे की तैयारी में हैं। उनके करीबी सहयोगी भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अरुण अग्रवाल को सिराथू विधानसभा का प्रभारी बनाया गया है। यदि मौर्या सिराथू से चुनाव नहीं लड़ते हैं तो फिर वह प्रयागराज के शहर उत्तरी विधानसभा या फाफामऊ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं दूसरे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा कहां से चुनाव लड़ेंगे यह अभी तय नहीं है। लखनऊ में उनके लिए सुरक्षित सीट की तलाश जारी है।
जहूराबाद से लड़ेंगे ओमप्रकाश राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर एक बार फिर गाजीपुर की जहूराबाद विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में होगे। अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के साथ-साथ सपा गठबंधन के प्रत्याशियों को भी जिताने की जिम्मेदारी राजभर पर है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लड़ेंगे चुनाव कुशीनगर की तमकुहीराज विधानसभा से जीते कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू एक बार इसी विधानसभा से उतरने की तैयारी में हैं। जबकि, यूपी कांग्रेस की प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने चुनाव में न उतरने का संकेत दिया है।
जयंत को चाहिए राज्यसभा में अच्छी भागीदारी समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहे राष्ट्रीय लोक दल के चीफ जयंत चौधरी यूपी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। जयंत चौधरी की पार्टी पश्चिमी यूपी के जिलों की 24 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इनमें गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर और बागपत शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, समाजवादी पार्टी के आठ नेता आरएलडी के चुनाव चिह्न पर लड़ेंगे। माना जा रहा है कि यदि आरएलडी और सपा का गठबंधन यूपी चुनाव में जीतता है तो जयंत चौधरी कोई बड़ी भूमिका की मांग नहीं करेंगे क्योंकि पार्टी राज्यसभा में अहम भूमिका की मांग रख सकती है।
IMAGE CREDIT: NET अनुप्रिया भी नहीं लड़ेंगी चुनाव यूपी में चुनाव लड़ रहीं अन्य राजनीतिक पार्टियों में अपना दल की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल केंद्र में मंत्री हैं। इसलिए वह विधानसभा चुनावों में नहीं उतरेंगी। निषाद पार्टी के संजय निषाद हाल ही विधानपरिषद के सदस्य चुने गए हैं, इसलिए वह भी चुनाव लड़वाने की भूमिका में होंगे। अपना दल कृष्णा गुट की अध्यक्ष कृष्णा पटेल का सपा से गठबंधन है। वह प्रतापगढ़ या फिर मिर्जापुर से चुनाव लड़ सकती हैं।
मायावती और सतीश मिश्र चुनाव लड़वाएंगे बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा का कहना है बसपा यूपी की सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। चुनाव से पहले और चुनाव के बाद भी बसपा किसी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी। उनके अनुसार मायावती और उनके परिवार का कोई भी सदस्य चुनाव नहीं लड़ेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि उनका बेटा कपिल और मायावती का भतीजा आनंद भी चुनाव नहीं लड़ेगा।
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