रुदौली पहले बाराबंकी जिले का एक हिस्सा हुआ करता था लेकिन इसे अयोध्या जिले में शामिल कर लिया गया है। रुदौली कस्बे के लोग इसे पुन: बाराबंकी में शामिल करने की मांग को लेकर जब तब मांग उठाते रहते हैं। विधायक रामचंद्र यादव ने इसे नया जिला बनाकर समाजवादी नेता स्व. राम सेवक यादव के नाम पर करने की मांग की थी। इसके लिए वर्ष 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिले भी थे, लेकिन इसके बाद भी यह मांग आज तक पूरी नहीं हुई|
जर्जर सड़कें बड़ी समस्या
रुदौली नगर में सड़कों की स्थिति थोड़ी ठीक है लेकिन यहां गंदगी अधिक है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश सड़कें जर्जर हैं और आने-जाने वालों को बहुत परेशानी होती है। रुदौली खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है। हालांकि यहीं के रज्जाक का कहना है कि नेताओं ने वोट के लिए बैनर तो लगा दिए हैं लेकिन इन समस्याओं को दूर करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी Uttar Pradesh Assembly Election 2022 में दो बार से विधायक बन रहे राम चंद्र यादव को फिर एक मौका दे सकती है जबकि समाजवादी पार्टी अपने पुराने वफादार नेता अब्बास अली जैदी उर्फ रुश्दी मियां को उतार सकती है। लेकिन अभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं हुआ है।चुनावी फिजां पर सवाल हुआ तो रुदौली नगर के निवासी शकील ने कहा कि लड़ाई भाजपा और सपा के बीच ही है, क्योंकि माहौल तो दोनों का है। हालांकि क्षेत्र में कांग्रेस और बसपा के संभावित उम्मीदवार के होर्डिंग्स लगे हुए हैं। एक सच यह भी कि वर्ष 1985 में कांग्रेस के मरगूब अहमद खान यहां से आखिरी चुनाव जीते थे, इसके बाद कभी कांग्रेस नहीं जीत पाई।