वर्ष 2022 में नए चेहरे की तलाश में भाजपा
अब Uttar Pradesh Assembly Election 2022 में भाजपा के लिए मुश्किल यही है कि कैसे कब्जा किया जाय ? पार्टी के एक नेता कहते हैं कि नया चेहरा ही नैया पार लगा सकता है, इसलिए खोजबीन चल रही है लेकिन असली आस मोदी-योगी लहर की है। उधर प्रदेश में सत्ता में लौटने का ख्वाब देख रही समाजवादी पार्टी उम्मीदवार के चयन में फूंक -फूंक कर कदम रख रही है। कांग्रेस की महासचिव व उप्र प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा जैदपुर में जन सभा कर कांग्रेस की प्रतिज्ञाओं का जिक्र कर मतदाताओं पर जादू करने की कोशिश की। भाजपा नेता सदस्यता अभियान के जरिए जैदपुर विधानसभा के सभी मंडलों में बैठकें कर चुके हैं। कुल मिलाकर यहां के चौक-चौराहों पर चुनावी रंगत दिखने लगी है।
बाराबंकी जिले की जैदपुर विधानसभा क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति सबसे लचर है। बढ़ते अपराध और पुलिस में व्याप्त कदाचार को लेकर राम नगर विधायक शरद अवस्थी ने डीजीपी को एक पत्र भी लिखा था। इस पत्र ने काफी सुर्खियां बटोरी थी। अफीम की खेती के लिए चर्चित इस क्षेत्र में अपराधों की भी खेती होती है लेकिन यह कभी चुनावी मुद्दे नहीं बन पाते हैं। रोजी-रोटी की तलाश में लोग बड़े शहरों की ओर रवाना होते हैं। चुनावों में आमतौर पर यहां मुद्दों से अधिक जातिवाद और क्षेत्रीयता हावी होने लगती है।
अफीम ने बिगाड़ी छवि
अफीम जैसे मादक पदार्थों की खेती जिले के अलावा जैदपुर के भी कई गांवों में होती है। पहले यही आय का बड़ा साधन था लेकिन तस्करी के कारण प्रशासन का शिकंजा कसने के बाद मादक पदार्थों की तस्करी कुछ कम हुई है। आए दिन तस्कर पकड़े जाते हैं। हालांकि कई ऐसे गांव हैं, जहां के लोग तस्करी से तौबा कर चुके हैं। इनका आरोप है कि इसके बावजूद उन्हें परेशान किया जाता है। अधिकारी बताते हैं कि बाराबंकी जिले में पहले 5 हजार हेक्टेयर में अफीम की खेती होती थी लेकिन अब इसका दायरा सिमट गया है।