सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने ट्वीट कर बताया है कि चुनाव आयोग ने उन्हें चुनाव चिह्न के तौर पर छड़ी आवंटित कर दिया है। यानी जुबानी तीर के साथ-साथ अब उनके हाथ में बाकायदा छड़ी भी होगी। इस तरह वो अपने विपक्षियों को दूर से ही छड़ी दिखा कर धौंस जमाते भी नजर आएंगे।
बता दें कि यूपी की सियासत में ओपी राजभर अपने खास अंदाज के लिए जाने जाते हैं। वो चाहे जिस परिस्थिति में रहें अपने लोगों के लिए लड़ते नजर आते रहते हैं। उन्हें जो गवारा नहीं, उसका खुल कर विरोध करना उनकी खास बात है। इसे उन्होंने योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में रहते हुए भी साबित किया है। मंत्री रहते हुए भी वो सीएम का मुखर विरोध करते रहे। अब तो वो स्वतंत्र हैं। ऊपर से यूपी में भाजपा के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी दल समाजवादी पार्टी का साथ मिल गया है। ऐसे में कहना ही क्या। वो इन दिनों जमकर बरस रहे हैं। भाजपा और खास तौर पर यूपी की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ कोई कोर कसर नहीं रख छोड़ना चाहते। वो पूर्वी उत्तर प्रदेश में ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे हैं और हर सभा मे निशाने पर भाजपा और सीएम योगी आदित्यनाथ हैं।
बुधवार को वाराणसी के हटिया गांव में सुभासपा की ओर से आयोजित सरदार वल्लभ भाई पटेल एकता समारोह को संबोधित करते हुए ओपी राजभर ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीए आदित्यनाथ योगी समर्थकों को जोड़ते हुए भाजपा , कार्यकर्ताओं को सांड कह दिया। उन्होने कहा कि यूपी के किसानों को हम मोदी और योगी के सांडों से छुटकारा दिलाने की लड़ाई लड़ रहे है। मोदी और योगी के सांड इन दिनों किसानों की फसल तबाह कर रहे हैं। हमें उनके साडों से किसानों को बचाना है। राजभर इतने पर ही नहीं रुके, भाजपा के लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कि इन सबको केवल पाकिस्तान, मुसलमान, कब्रिस्तान जैसी चीजें ही दिखाई देती हैं। गरीब, किसान, नौजवान और मजदूर को जैसे जीना हो जिएं।
ये भी पढें- Uttar Pradesh Assembly Elections 2022: सुभासपा अध्यक्ष के बिगड़े बोल, जानें क्या कहा.. इतने पर ही वो नहीं माने बल्कि वाराणसी के जिस विश्वनाथ धाम का 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकार्पण करने जा रहे हैं उस पर भी हमला बोला। कहा कि विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण होने से गरीबों का कोई भला नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि भाजपा वालों को सिर्फ मुसलमान, पाकिस्तान और कब्रिस्तान जैसी चीजें ही दिखाई देती हैं। जबकि गरीबों को रोटी, कपड़ा, मकान और शिक्षा चाहिए। इसके बाद ही वे भगवान की पूजा करेंगें। भूखे भजन न होय गोपाला…।