ईरानी ने कहा कि ममता बनर्जी को उत्तर प्रदेश के लोगों के भगवा कपड़े पहनने, टीका लगाने और बनारस का पान खाने तक पर आपत्ति थी। यूपीवासियों को गुंडा बताने वाली ममता बनर्जी जी को यहां आने से पहले माफी मांगनी चाहिए।
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उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से सवाल किया कि उनकी ऐसी क्या मजबूरी है जो ममता को पश्चिम बंगाल से बुलाना पड़ा अपने लिए समर्थन मांगने के लिए? उन्होंने कहा कि इससे यह सिद्ध हो गया है कि अखिलेश और सपा आज अकेले खड़े हैं और उनके समर्थन में प्रदेश से बाहर के लोगों को बुलाना पड़ रहा है। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि ममता बनर्जी ने अनेक मौकों पर उत्तर प्रदेश के लोगों की सभ्यता, संस्कृति और खान-पान का अपमान किया और राम का नाम लेने पर लोगों को जेल में डाल दिया था।
उन्होंने कहा कि यह भी क्या संयोग है कि राम का नाम लेने वालों को जेल में डालने वाले और रामभक्तों पर गोली चलाने वाले आज साथ दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे राम का अपमान करने वालों को भूलें नहीं। उन्होंने कहा कि सपा के एक नेता ने तो यहां तक कहा था कि जरूरत पड़ती तो रामभक्तों पर और गोली चलवाते। यह चुनाव ऐसे लोगों और अदालत के निर्णय के अनुरूप भव्य राम मंदिर बनाने वालों के बीच है।
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