पीलीभीत में रविवार को यशवंतरी देवी मंदिर प्रांगण में विभिन्न विभागों के संविदा कर्मचारियों के एक कार्यक्रम में सांसद वरुण गांधी शामिल हुए। केंद्र और प्रदेश में अपनी ही पार्टी की सरकार को निशाने पर रखते हुए सांसद वरुण गांधी ने कहाकि, वह जान चुके हैं कि देश के किसान, मज़दूर और नौजवानों तथा निजीकरण से परेशान बैंककर्मियों की तरह संविदाकर्मी भी बहुत कष्ट में हैं।
भीख मांगने से कभी सम्मान और अधिकार नहीं मिलता – इससे पहले संविदाकर्मियों के साथ ज़मीन पर बैठकर सांसद वरुण गांधी ने उनकी समस्याओं को सुना। सांसद वरुण गांधी ने कहा, भीख मांगने से कभी सम्मान और अधिकार नहीं मिलता, अपनी ताकत को पहिचानिये। खुद को संगठित करके इस क़दर अपनी शक्ति दिखाइए कि उसके बाद अधिकारों के लिए किसी के आगे हाथ न फैलाना पड़े। वह आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, शिक्षा मित्रों, आशा बहुओं, रोज़गार सेवकों, अनुदेशक कर्मचारियों सहित ज़िले के विभिन्न विभागों में तैनात संविदा कर्मचारियों की समस्याओं को उजागर करने के लिए एक संयुक्त सम्मेलन में बोल रहे थे।
संविदाकर्मियों को दिया किसान आंदोलन – किसान आंदोलन का उदाहरण देते हुए सांसद वरुण गांधी कहाकि, पिछले सवा साल से बड़ी बहादुरी के साथ अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहे देश के किसानों का जब उन्होंने साथ दिया तो कुछ लोग मुझसे कहने लगे कि उनकी अपनी पार्टी क्या सोचेगी। मैंने जवाब में कहाकि, पार्टी को तो हम समझा लेंगे इससे पहले हमको सोचना है कि देश क्या सोचेगा। अगर हम इसी तरह धोखा देते रहे तो हम हिंदुस्तान को कमज़ोर कर रहे हैं जिसे बर्दाश्त नही किया जा सकता।
संविदाकर्मियों की ताक़त बनेंगे वरुण गांधी – सांसद वरुण गांधी ने कहाकि, वह इस मुद्दे को संसद में भी उठाएंगे और जरूरत पड़ी तो संविदाकर्मियों की ताक़त और आवाज़ बनकर लखनऊ में भी साथ बैठेंगे।
यह भी पढ़ें… लखीमपुर खीरी हिंसा को हिन्दू बनाम सिख बनाने की कोशिश की गई: वरुण गांधी 13 साल से कोई वेतन नहीं लिया – वरुण गांधी Uttar Pradesh Assembly Election 2022 अपनी ईमानदारी का सुबूत देते हुए भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कहाकि, वह उन लोगों की तरह नहीं हैं जो ज़ुल्म और भ्रष्टाचार के बलबूते अपनी बड़ी बड़ी कोठियां बनवाते हैं। उन्होंने 13 साल से कोई वेतन नहीं लिया, न सरकारी गाड़ी से चलते हैं न सरकारी मकान में रहते हैं।