उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान सिसौली में भाकियू नेता नरेश टिकैत से मुलाकात करने पहुंचे हैं। बता दें कि डॉ. संजीव बालिया हाल ही में भी भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत के हाथ का ऑपरेशन होने के बाद उनसे मिले थे। हालांकि उस दौरान बालियान टिकैत की कुशलक्षेम पूछने गए थे। लेकिन, अब चुनावी उठा-पटक के दौर के बीच दोनों की मुलाकात के सियासी हलकों में कई मायने निकाले जा रहे हैं। फिलहाल इस मुलाकात को यूपी चुनाव के उस घटनाक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है, जो शनिवार को घटा है। शनिवार को नरेश टिकैत ने सपा-रालोद गठबंधन के समर्थन का ऐलान कर दिया था। लेकिन, कुछ घंटों बाद ही उन्होंने पलटी मारते हुए अपने बयान को वापस ले लिया था।
यह भी पढ़ें- UP Election 2022 : ये है उत्तर प्रदेश की सबसे हॉट सीट, दांव पर लगी है टिकैत परिवार की प्रतिष्ठा राकेश टिकैत कर चुके हैं किसी भी दल को समर्थन नहीं देने का ऐलान
बता दें कि भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत पहले से ही यूपी विधानसभा चुनाव में किसी दल के समर्थन नहीं करने की बात कहते आ रहे हैं, लेकिन उनके बड़े भाई और भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने सपा-आरएलडी गठबंधन के प्रत्याशियों को समर्थन देने की बात कहकर विरोधी खेमों में हड़कंप मचा दिया था।
यह भी पढ़ें- सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी को समर्थन देकर पलटे भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत, बोले- मुंह से निकल गई बात जानिये क्या कहा था नरेश टिकैत ने दरअसल, शनिवार को सपा-रालोद से टिकट मिलते ही बुढ़ाना सीट से घोषित प्रत्याशी राजपाल बालियान अपने समर्थकों के साथ भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत से मिलने पहुंचे थे। जहां नरेश टिकैत ने राजपाल बालियान को जीत का आशीर्वाद देते हुए मंच से कहा कि सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशियों का समर्थन किया जाएगा। मामले के सियासी तूल पकड़ते ही नरेश टिकैत बैकफुट पर आ गए और समर्थन देने की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि हमने अपना आशीर्वाद दिया है। समर्थन देने वाली कोई बात नहीं है। थोड़ी घनी बात हमारे मुंह से निकल गई होगी।