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बयान के एक हिस्से को सामने रखा गयावीडियो वायरल होने के बाद कौशानी मुखर्जी ने दावा किया कि यह भाजपा आईटी सेल की हरकत है। आईटी सेल ने बयान का एक हिस्सा ही सामने रखा और इसे अलग रंग दे दिया। कौशानी ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा, मैंने इस तथ्य को सामने रखा था कि बंगाल महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थान है। यह राज्य भाजपा शासन वाले उत्तर प्रदेश की तरह नहीं है, जहां हाथरस कांड हुआ। भाजपा के आईटी सेल ने ओछी राजनीति के लिए इस वीडियो को काट-छांटकर पेश किया।
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फेसबुक पर पोस्ट किया वीडियोविवाद बढऩे के बाद कौशानी मुखर्जी ने एक प्रचार से जुड़ा एक वीडियो अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया और उसे अपना मूल वीडियो बताया। इसमें वह अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करती दिख रही हैं और लोगों से कह रही हैं कि आपके घर पर मां-बहन हैं तो भााजपा को वोट करने से पहले दो बार सोच लीजिए। अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए वीडियो में वह यह कहती नजर भी आ रही हैं कि दीदी के बंगाल में महिलाएं सुरक्षित हैं। अगर आप चाहते हैं कि भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के हाथरस जैसी घटना बंगाल में नहीं हो तो भाजपा को वोट नहीं दें।