पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections 2021) में राज्य की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी को भाजपा से कड़ी टक्कर मिल रही है। अब तक तीन चरणों का चुनाव बीत चुका है और इन सभी चरणों में वोटिंग का प्रतिशत 80 के आसपास रहा है। बंपर वोटिंग से चुनाव विश्लेषक और राजनीतिक दलों से जुड़े वरिष्ठ तथा अनुभवी नेता हैरत में हैं। यही नहीं, उनके लिए इस बात का आकलन करना भी मुश्किल साबित हो रहा है कि जनता का रुख किस ओर है।
ममता बनर्जी को दूसरे राज्यों से मिल रहा समर्थन
इस उलझन भरी स्थिति को देखते हुए देशभर से तमाम क्षेत्रीय राजनीतिक दलों ने ममता बनर्जी को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी और बिहार में लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली राजद पहले ही ममता बनर्जी को समर्थन देने की घोषणा कर चुकी है। राजद के बाद अब बिहार से पप्पू यादव के नेतृत्व वाली जन अधिकार पार्टी ने भी ममता बनर्जी को इस विधानसभा चुनाव में समर्थन देने का ऐलान किया है। हालांकि, यह बात लोग समझ नहीं पा रहे कि तीन चरणों के मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पप्पू यादव ने अचानक समर्थन का ऐलान क्यों किया?
इस उलझन भरी स्थिति को देखते हुए देशभर से तमाम क्षेत्रीय राजनीतिक दलों ने ममता बनर्जी को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी और बिहार में लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली राजद पहले ही ममता बनर्जी को समर्थन देने की घोषणा कर चुकी है। राजद के बाद अब बिहार से पप्पू यादव के नेतृत्व वाली जन अधिकार पार्टी ने भी ममता बनर्जी को इस विधानसभा चुनाव में समर्थन देने का ऐलान किया है। हालांकि, यह बात लोग समझ नहीं पा रहे कि तीन चरणों के मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पप्पू यादव ने अचानक समर्थन का ऐलान क्यों किया?
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पप्पू यादव अपनी टीम के साथ प्रचार करेंगेयही नहीं, पप्पू यादव बंगाल में एक बार फिर ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाने के लिए राज्यभर में चुनाव प्रचार भी करेंगे। इस दौरान पप्पू यादव के साथ उनकी पार्टी के 12 वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे और अलग-अलग टीम बनाकर चुनाव प्रचार करेंगे।
तेजस्वी यादव ने बंगाल में प्रत्याशी नहीं उतारे
बंगाल में चुनाव प्रचार अभियान शुरू होने से पहले ही तेजस्वी यादव ने ममता बनर्जी से मुलाकात कर उन्हें समर्थन देने की बात कही थी। उन्होंने ममता बनर्जी को आश्वस्त करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी राजद बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारेगी। हालांकि, तेजस्वी यादव इस चुनाव में ममता बनर्जी के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरना चाहते थे, लेकिन सीटों पर बात नहीं बन सकी, जिसके बाद तेजस्वी ने अपने प्रत्याशी नहीं उतारते हुए ममता बनर्जी को पूरी तरह समर्थन देने का ऐलान किया।
बंगाल में चुनाव प्रचार अभियान शुरू होने से पहले ही तेजस्वी यादव ने ममता बनर्जी से मुलाकात कर उन्हें समर्थन देने की बात कही थी। उन्होंने ममता बनर्जी को आश्वस्त करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी राजद बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारेगी। हालांकि, तेजस्वी यादव इस चुनाव में ममता बनर्जी के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरना चाहते थे, लेकिन सीटों पर बात नहीं बन सकी, जिसके बाद तेजस्वी ने अपने प्रत्याशी नहीं उतारते हुए ममता बनर्जी को पूरी तरह समर्थन देने का ऐलान किया।
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294 सीटों पर आठ चरणों में मतदान हो रहाबता दें कि बंगाल में इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए सभी 294 विधानसभा सीटों के लिए आठ चरणों में मतदान हो रहा है। पहले चरण के लिए मतदान गत 27 मार्च को हो गया, जबकि दूसरे चरण का मतदान 1 अप्रैल को और तीसरे चरण का मतदान 6 अप्रैल को संपन्न हुआ। वहीं, अब चौथे चरण के लिए मतदान 10 अप्रैल को होगा। इसके अलावा पांचवे चरण के लिए 17 अप्रैल को, छठें चरण के लिए 22 अप्रैल, सातवें चरण के लिए 26 अप्रैल को और आठवें यानी अंतिम चरण के लिए 29 अप्रैल को मतदान होगा। वहीं, नतीजे दो मई को घोषित होंगे।