पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections 2021) में चौथे चरण के बाद से चुनाव आयोग ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। चौथे चरण में मतदान के दौरान कूच बिहार जिले के सीतलकूची में हुई फायरिंग की घटना के बाद पहले ममता बनर्जी पर आयोग ने प्रतिबंध लगाया। वहीं, अब आयोग ने भाजपा नेता राहुल सिन्हा पर भी 48 घंटे तक चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है। यह रोक मंगलवार दोपरह 12 बजे से लागू होकर 15 अप्रैल को दोपहर 12 बजे तक रहेगा।
यही नहीं, चुनाव आयोग ने विवादित बयान देने के मामले में भाजपा की बंगाल इकाई के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को भी नोटिस जारी किया है। आयोग ने दिलीप घोष से बुधवार सुबह 10 बजे तक जवाब मांगा है। दूसरी ओर, चुनाव आयोग की कार्रवाई से नाराज ममता बनर्जी आज कोलकाता में गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठी हैं। उनके साथ तृणमूल कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता भी मौजूद हैं।
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बता दें कि भाजपा नेता राहुल ने कहा कि सीआईएसएफ को इस घटना में चार नहीं आठ लोगों को गोली मारनी चाहिए थी। हालांकि, इस घटना को लेकर चुनाव आयोग और केंद्रीय सुरक्षा बल की ओर से जो रिपोर्ट आई है, उसके मुताबिक, सुरक्षा बलों को करीब साढ़े तीन सौ लोगों की भीड़ ने घेर लिया था, जिसके बाद जवानों को आत्मरक्षा में फायरिंग करन पड़ी। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी और करीब एक दर्जन लोग घायल हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। भाजपा नेता राहुल सिन्हा के अनुसार, अगर केंद्रीय सुरक्षा बलों को ठीक लगा तो वे धांधली के प्रयास को नाकाम करने के लिए चार से ज्यादा लोगों को मारेंगे। सीतलकूची में चार नहीं आठ लोगों को मारना चाहिए था। केंद्रीय बलों को कारण बताओ नोटिस भेजना चाहिए कि उन्होंने सिर्फ चार लोगों को गोली क्यों मारी? उन्हें आठ लोगों को मारना चाहिए था। यहां के गुंडे लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार छीनना चाहते हैं। केंद्रीय बलों ने सही जवाब दिया। यदि फिर से ऐसा होता है तो सुरक्षा बल उसका जवाब देंगे।
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