मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों और छत्तीसगढ़ की 70 सीटों के लिए 17 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए बुधवार की शाम को चुनाव प्रचार थम गया। दोनों ही राज्यों में सियासी दलों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रचार के जरिए पूरा जोर लगाया, प्रचार के अंतिम दिन सभाओं का सिलसिला जारी रहा। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कुल 2,533 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं, इनमें 2,280 पुरुष, 252 महिला और एक थर्ड जेंडर उम्मीदवार शामिल हैं।
मध्य प्रदेश में एक ही चरण में होगा मतदान
मध्य प्रदेश में एक ही चरण में 17 नवंबर को सभी 230 विधानसभा क्षेत्र में मतदान होना है। मतदान सुबह 7 से शाम 6 बजे तक होगा। मतदाताओं की कुल संख्या 5,61,36,229 है, जिसमें 75,304 सर्विस वोटर शामिल हैं। राज्य में सामान्य मतदाताओं की संख्या 5,60,60,925 है, जिनमें से 2,88,25,607 पुरुष और 2,72,33,945 महिला के अलावा 1,373 थर्ड जेंडर मतदाता हैं।
घर-घर जाकर वोट मांगगे प्रत्याशी
नियमों के मुताबिक मतदान की समाप्ति समय के 48 घंटे पूर्व से सार्वजनिक मंचों से प्रचार-प्रसार प्रतिबंधित रहेगा। इस दौरान प्रत्याशी घर-घर जाकर जनसंपर्क कर सकेंगे। द्वितीय चरण के 70 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 958 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं, जिनमें 827 पुरूष, 130 महिला और एक थर्ड जेंडर। द्वितीय चरण के मतदान के दौरान प्रदेश के 1 करोड़ 63 लाख 14 हजार 479 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, इनमें 81 लाख 41 हजार 624 पुरुष, 81 लाख 72 हजार 171 महिला तथा 684 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।
वोटिंग के लिए समय सारणी जारी
सुगम मतदान सुनिश्चित करने के लिए कुल 18 हजार 833 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 700 संगवारी मतदान केंद्र हैं, जहां सिर्फ महिला मतदान कर्मी ही पदस्थ रहेंगी। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण में सुबह 8 से शाम 5 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। केवल बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के नौ मतदान केंद्रों पर सवेरे 7 से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा।
इनके अलावा बिन्द्रानवागढ़ के शेष मतदान केंद्रों में अन्य 69 विधानसभा क्षेत्रों की तरह सवेरे 8 से शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे। चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए तमाम राजनीतिक दलों ने पूरा जोर लगाया, रैलियां हुई, सभाएं हुई और रोड शो भी हुए। सभी ने मतदाताओं की जिंदगी में बदलाव लाने के वादे किए और भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार बनती है तो प्रदेश के हालात उनकी जिंदगी को सुगम बनाने वाले होंगे। बता दें कि दोनों ही राज्य में मतगणना 3 दिसंबर को होगी और उसी दिन नतीजें आ जाएंगे।
बड़े नेताओं ने जमकर बहाया पसीना
मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार थम गया है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने इस बार के चुनाव में पूरे ज़ोरों शोरों से प्रचार किया। एक ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई बड़े चेहरे बीजेपी के प्रचार की कमान संभाले हुए थे। वहीं दूसरी ओर से मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे कांग्रेस के बड़े नेता लगातार रैलियां और रोड शो कर रहे थे।
कांग्रेस ने दिखाया दम
इस बार के चुनाव प्रचार में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। आंकड़ों पर नजर डालें तो 15 दिन में कांग्रेस के बड़े नेताओं ने 200 जनसभाएं कीं। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सांसद राहुल गांधी, राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और सचिन पायलट ने प्रदेश में 200 जनसभाएं और रोड शो किएृ। इस दौरान राहुल गांधी 13, प्रियंका गांधी 9, खरगे 9, कमलनाथ 114 और सचिन पायलट 4 कार्यक्रमों में शामिल हुए।
भाजपा ने झोंकी ताकत
प्रचार के मामले में भारतीय जनता पार्टी भी पीछे नहीं रही। पार्टी की ओर से दिग्गज नेताओं ने उम्मीदवारों के लिए वोटों की अपील की। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15, अमित शाह ने 21, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 14, राजनाथ सिंह ने 12, नितिन गडकरी ने तीन, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 160, विष्णु दत्त शर्मा ने 55, भूपेंद्र यादव ने 7, नरेंद्र सिंह तोमर ने 38, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 80, अश्विनी वैष्णव ने 3, प्रहलाद पटेल ने 40, फग्गन सिंह कुलस्ते ने 18, कैलाश विजयवर्गीय ने 25, हिमंत बिस्वा सरमा ने 15 और कविता पाटीदार ने 4 जनसभाएं कीं।