अखिलेश यादव के कई राज सिद्धार्थनाथ सिंह ने खोले, सुन कर चौंक जाएंगे
करहल विधानसभा है समाजवादियों का गढ़ करहल विधानसभा क्षेत्र को समाजवादियों का गढ़ माना जाता है। यह मैनपुरी जिले का अंग है। करहल विधानसभा क्षेत्र में कुल 371261 मतदाता है। जातीय समीकरण के लिहाज से यादव मतदाताओं की संख्या 1.25 लाख के आसपास है। वहीं शाक्य 35 हजार, क्षत्रिय 30 हजार और दलित मतदाताओं की संख्या कुल 22 हजार है। इसके अलावा ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या 16 हजार है। इस सीट पर 1980 में पहली बार कांग्रेस के शिवमंगल सिंह व चुनाव 2002 में भाजपा से सोबरन सिंह जीते थे। बाद में सोबरन सिंह सपा में आ गए थे।भाजपा के चुनावी गानों ने सोशल मीडिया पर मचाई धूम, एक और गाना लांच, जानिए इसके बोल
जाति को देखकर नहीं मिलता है वोट गोरखपुर सदर सीट पर करीब 4.50 लाख वोटर हैं। जिनमे सबसे अधिक 95 हजार कायस्थ वोटर हैं। इसके अलावा 55 हजार ब्राह्मण, 50 हजार मुस्लिम, 25 हजार क्षत्रिय, 45 हजार वैश्य, 25 हजार निषाद, 25 हजार यादव, 20 हजार दलित हैं। इसके अलावा पंजाबी, सिंधी, बंगाली और सैनी कुल मिलाकर करीब 30 हजार वोटर हैं। पर सभी जातियों के वोटर चुनाव में जाति को देखकर नहीं बल्कि गोरखनाथ मंदिर यानी योगी आदित्यनाथ के नाम पर वोट देते हैं। इस हिसाब से गोरखपुर सदर सीट योगी के लिए सुरक्षित सीट है।– अखिलेश पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे
– करहल मुलायम के राजनीतिक गुरु नत्थू सिंह की सीट
– 2002 से लगातार चार बार सपा का कब्जा
– कुल चार लाख में 1.25 लाख यादव मतदाता
– मैनपुरी मुलायम परिवार के बच्चों को दी राजनीति पहचान
– योगी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे
– योगी के गुरु विधायक चुने गये थे।
– जातीय समीकरण काम नहीं आता
– जहां गोरखनाथ मंदिर वोट भी वहीं पड़ेगा
– गोरखपुर सदर सीट पर करीब 4.50 लाख वोटर।