बताया जा रहा है कि इमरान मसूद और अखिलेश यादव की मुलाकात में सब कुछ तय हो चुका है। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में इमरान मसूद के साथ सपा में शामिल होने वाले दोनो विधायक मसूद अख्तर और नरेश सैनी को सपा के टिकट पर चुनाव लड़ाया जाएगा। ज्ञात हो कि इमरान मसूद को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का बेहद करीबी माना जाता है। इसी कारण उन्हें दिल्ली का प्रभारी भी बनाया गया। एक साल से इमरान पिछले चुनाव की तरह कांग्रेस-सपा गठबंधन की बात उठाते रहे, लेकिन बात नहीं पाई। बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में इमरान मसूद उस समय चर्चा में आए, जब उन्होंने ‘मोदी की बोटी-बोटी काटने’ वाला विवादित बयान दिया था।
यह भी पढ़ें- देश की पहली SWAT बनाने वाले भावुक IPS ने नौकरी छोड़ने से पहले क्या कहा, BJP ने की ब्यूरोक्रेसी में सेंधमारी, BJP से चुनाव लड़ेंगे असीम पिछले साल सपा का गुणगान करके भी दिए थे संकेत
कांग्रेस महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे इमरान मसूद अब समाजवादी पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। हालांकि इसकी नींव इमरान मसूद ने पिछले साल ही सपा का गुणगान करके रख दी थी। उस दौरान इमरान मसूद ने कहा था कि समाजवादी पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हरा सकती है।
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बता दें कि मसूद परिवार का समाजवादी पार्टी के नेताओं से हमेशा घनिष्ठ संबंध रहे हैं। इमरान मसूद के चाचा राशिद मसूद मुलायम सिंह और अखिलेश यादव के करीबी थे। सपा के एक वरिष्ठ नेता और अखिलेश सरकार में मंत्री रहे राजपाल सिंह भी इमरान की घर वापसी की बात कह चुके हैं। 2007 के बाद इमरान मसूद ने कभी कोई चुनाव नहीं जीता है। अगर अब इमरान मसूद सपा का दामन थामते हैं तो इसमें चौंकने वाली बात तो नहीं होगी, लेकिन कांग्रेस के लिए पहले और दूसरे चरण के चुनाव में यह सबसे बड़ा झटका साबित हो सकता है।