चुनावी तैयारियों में भाजपा सबसे आगे यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा के आम चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे ही सभी सियासी दल अपनी-अपनी चुनावी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। इसके साथ ही राजनीतिक दलों ने अपने दावे भी करने शुरू कर दिए हैं। समाजवादी पार्टी के जहां 403 सीटों में 400 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं, वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में 312 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी इस बार उस रिकॉर्ड को तोड़ने के दावे कर रही है। चुनावी तैयारियों में सबसे आगे चल रही भाजपा अपने दावे को पूरा करने के लिए जनता से सीधे जुड़ने के लिए कई अभियान भी चला रही है। भाजपा अपनी इसी रणनीति के तहत अब उत्तर प्रदेश में फर्क साफ है कैंपन शुरू करने जा रही है।
सपा-बसपा सरकारों की भाजपा गिनाएगी नाकामियां यूपी विधानसभा से चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी जल्द ही फेसबुक, ट्विटर और अन्य सोशल साइट्स के जरिए फर्क साफ है कैंपन शुरू करने जा रही। भाजपा अपने इस कैंपन के तहत सपा और बसपा सरकार की नाकामियों को सीधे जनता के बीच लेकर जाएगी। हालांकि बसपा सुप्रीमो मायावती भाजपा के फर्क साफ है के पोस्टरों को लेकर निशाना भी साधा था।
बीजेपी का दो लाख नए सदस्य बनाने का है लक्ष्य वहीं दो लाख नए सदस्य बनाने का लक्ष्य पूरा करने के उद्देश्य से बीजेपी ने रविवार से बूथ सदस्यता अभियान की भी शुरूआत की। बूथ सदस्यता अभियान का शुभारंभ रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इसके साथ ही इस अभियान को और अधिक गति देने के लिए भाजपा 21,27 और 28 नवंबर को विशेष अभियान भी चलाएगी। बूथ सदस्यता अभियान के अलावा भाजपा घर-घर ‘मेरा परिवार-भाजपा परिवार’ का स्टीकर भी लगाएगी। दो करोड़ नए सदस्य बनाने का लक्ष्य पूरा करने के लिए यूपी की भाजपा सरकार के सभी मंत्री, सांसद, विधायक और पार्टी के पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र सदस्य बनाएंगे। मिशन 2022 को पाने के लिए भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता घर-घर पहुंचकर बीजेपी सरकार की उपलब्धियों और केंद्र की मोदी व यूपी की योगी सरकार की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी भी देंगे।