पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections 2021) का पहला चरण अब से दस दिन बाद है, मगर इससे ठीक पहले राज्य के भाजपा नेताओं के बीच विवाद बढ़ गया है। टिकट बंटवारे को लेकर बढ़े इस विवाद से भाजपा (BJP) आलाकमान चिंता में है। विवाद यही थम जाए, इसके लिए राज्य में पार्टी के बड़े नेताओं संग कुछ असंतुष्ट नेताओं को भी मंगलवार शाम फ्लाइट से दिल्ली बुलवाया गया। आलाकमान आज इन नेताओं के साथ बैठक भी करेगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, कोर ग्रुप की बैठक बुधवार सुबह दस बजे होगी। माना जा रहा है कि इस बैठक में बंगाल के कुछ बड़े नेताओं, जिनमें दिलीप घोष (Dilip Ghosh) और मुकुल रॉय (Mukul Roy) का नाम भी शामिल है, के अलावा कुछ असंतुष्ट नेता मौजूद रहेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की रैली कल
बता दें कि बंगाल में भाजपा इस बार पूरे दमखम के साथ उतरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) , केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), पार्टी अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा (Jai Prakash Nadda), सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) समेत तमाम बड़े मंत्री और नेता इस चुनाव प्रचार अभियान में जुटे हैं। प्रधानमंत्री गत 7 मार्च को कोलकाता के ब्रिगेड मैदान पर एक रैली कर चुके हैं। वहीं उनकी दूसरी रैली कल यानी गुरुवार 18 मार्च को है। इसके अलावा, 24 मार्च को नंदीग्राम में होने वाली रैली काफी अहम मानी जा रही है।
बता दें कि बंगाल में भाजपा इस बार पूरे दमखम के साथ उतरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) , केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), पार्टी अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा (Jai Prakash Nadda), सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) समेत तमाम बड़े मंत्री और नेता इस चुनाव प्रचार अभियान में जुटे हैं। प्रधानमंत्री गत 7 मार्च को कोलकाता के ब्रिगेड मैदान पर एक रैली कर चुके हैं। वहीं उनकी दूसरी रैली कल यानी गुरुवार 18 मार्च को है। इसके अलावा, 24 मार्च को नंदीग्राम में होने वाली रैली काफी अहम मानी जा रही है।
विवाद ने बढ़ा दी चिंता
ऐसे में चुनाव से ठीक से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में बढ़े विवाद से आलाकमान चिंतित है। खुद अमित शाह की रैली में कम भीड़ को देखते हुए इसे आनन फानन में रद्द करना पड़ा था। इसके अलावा, प्रधानमंत्री की होने वाली रैलियों में अब भीड़ को लेकर मंथन जारी है। इन्हीं सबके बीच मंगलवार देर शाम फ्लाइट से बंगाल के कुछ बड़े नेताओं को दिल्ली बुलवाया गया। इनमें मुकुल रॉया और दिलीप घोष भी शामिल हैं। माना यह भी जा रहा है कि पार्टी इस चुनाव में इन दोनों प्रमुख नेताओं को भी टिकट देकर मैदान में उतार सकती है।
ऐसे में चुनाव से ठीक से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में बढ़े विवाद से आलाकमान चिंतित है। खुद अमित शाह की रैली में कम भीड़ को देखते हुए इसे आनन फानन में रद्द करना पड़ा था। इसके अलावा, प्रधानमंत्री की होने वाली रैलियों में अब भीड़ को लेकर मंथन जारी है। इन्हीं सबके बीच मंगलवार देर शाम फ्लाइट से बंगाल के कुछ बड़े नेताओं को दिल्ली बुलवाया गया। इनमें मुकुल रॉया और दिलीप घोष भी शामिल हैं। माना यह भी जा रहा है कि पार्टी इस चुनाव में इन दोनों प्रमुख नेताओं को भी टिकट देकर मैदान में उतार सकती है।
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इससे पहले, बंगाल भाजपा में पार्टी के पुराने नेताओं और बीते कुछ दिनों में दूसरे दल से आए नेताओं के बीच तकरार देखने को मिल रही थी। यह तकरार रविवार को तब खुलकर सामने आ गई, जब विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। यही नहीं, राज्य में कई जगह इस मुद्दे पर विरोध-प्रदर्शन भी हो रहे हैं, जिससे दूसरे दलों को भाजपा पर निशाना साधने का मौका मिल गया है।
इससे पहले, बंगाल भाजपा में पार्टी के पुराने नेताओं और बीते कुछ दिनों में दूसरे दल से आए नेताओं के बीच तकरार देखने को मिल रही थी। यह तकरार रविवार को तब खुलकर सामने आ गई, जब विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। यही नहीं, राज्य में कई जगह इस मुद्दे पर विरोध-प्रदर्शन भी हो रहे हैं, जिससे दूसरे दलों को भाजपा पर निशाना साधने का मौका मिल गया है।
सोवन ने पार्टी से दिया इस्तीफा
बता दें कि हाल ही में सोवन चट्टोपाध्याय और बैसाखी चट्टोपाध्याय तृणमूल कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हुए थे। मगर टिकट नहीं मिला तो नाराज होकर उन्होंने भाजपा से भी इस्तीफा दे दिया। दरअसल, सोवन चट्टोपाध्याय बीते कई वर्षों से बेहाला पूर्व सीट का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं। वहीं, भाजपा ने हाल ही में पार्टी में शामिल हुईं पायल सरकार को टिकट दे दिया है, जिससे सोवन नाराज हो गए।
बता दें कि हाल ही में सोवन चट्टोपाध्याय और बैसाखी चट्टोपाध्याय तृणमूल कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हुए थे। मगर टिकट नहीं मिला तो नाराज होकर उन्होंने भाजपा से भी इस्तीफा दे दिया। दरअसल, सोवन चट्टोपाध्याय बीते कई वर्षों से बेहाला पूर्व सीट का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं। वहीं, भाजपा ने हाल ही में पार्टी में शामिल हुईं पायल सरकार को टिकट दे दिया है, जिससे सोवन नाराज हो गए।
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यही नहीं, भाजपा ने इस चुनाव में सांसद बाबुल सुप्रियो को भी मैदान में उतार दिया है। बाबुल टॉलीगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। वहीं, बंगाली अभिनेत्री और हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी को पार्टी ने उनके ही संसदीय क्षेेत्र चुंचुडा विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है।
यही नहीं, भाजपा ने इस चुनाव में सांसद बाबुल सुप्रियो को भी मैदान में उतार दिया है। बाबुल टॉलीगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। वहीं, बंगाली अभिनेत्री और हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी को पार्टी ने उनके ही संसदीय क्षेेत्र चुंचुडा विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है।
राज्य में 8 चरणों में होगी वोटिंग
बता दें कि पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। राज्य में आठ चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 1 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। इसके अलावा, तीसरे चरण के लिए 6 अप्रैल को, चौथे चरण के लिए 10 अप्रैल को, पांचवे चरण के लिए 17 अप्रैल को, छठें चरण के लिए 22 अप्रैल को, सातवें चरण के लिए 26 अप्रैल को और आठवें चरण के लिए 29 अप्रैल को वोटिंग होगी। नतीजे 2 मई को घोषित होंगे।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। राज्य में आठ चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 1 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। इसके अलावा, तीसरे चरण के लिए 6 अप्रैल को, चौथे चरण के लिए 10 अप्रैल को, पांचवे चरण के लिए 17 अप्रैल को, छठें चरण के लिए 22 अप्रैल को, सातवें चरण के लिए 26 अप्रैल को और आठवें चरण के लिए 29 अप्रैल को वोटिंग होगी। नतीजे 2 मई को घोषित होंगे।