भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम सूची में शामिल होने से बंगाल के नेता काफी खुश नजर आ रहे हैं। चौथे चरण के लिए जारी इस सूची में भाजपा ने 30 नेताओं को शामिल किया है। इसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का नाम भी शामिल है। वैसे, शिवराज सिंह चौहान और कैलाश विजयवर्गीय पहले से भाजपा के कुछ और चरणों के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल थे, मगर पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम के साथ-साथ इन दोनों नेताओं को फिर से जगह दी है।
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कांग्रेस नेता लगातार कस रहे थे तंजइससे पहले, ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं होने पर कांग्रेस के कई नेताओं ने सवाल खड़े कर दिए थे। कई कांग्रेसी नेताओं ने तो यहां तक कह दिया था कि भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी में शामिल कराने के बाद बैंक बेंचर (सबसे पीछे बैठने वाला) बना दिया है। कांग्रेसी नेताओं ने तंज कसते हुए कहा था कि सिंधिया अब महाराज से भाजपा के भाई साहब बनकर रह गए हैं। माना जा रहा है कि सिंधिया के नाम पर बवाल बढऩे के बाद ही भाजपा ने अपनी चौथी सूची में उनका नाम शामिल कर कांग्रेसी नेताओं को जवाब दिया है।
सूत्रों की मानें तो ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हुए हैं। पार्टी बदलने की वजह से ही मध्य प्रदेश में गत मार्च में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार गिरी और भाजपा सत्ता में आई। सिंधिया जब भाजपा में शामिल हुए थे, तभी से यह माना जा रहा था कि उन्हें केंद्र सरकार में मंत्री पद दिया जा सकता है, मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ। कांग्रस के कई नेता इसको लेकर भी सिंधिया और भाजपा पर तंज कसते रहे हैं। बहरहाल, भाजपा ने चौथे चरण के लिए जारी स्टार प्रचारकों की सूची में सिंधियों को जगह देकर यह संदेश दे दिया है कि उन्हें भी दूसरे नेताओं की तरह सम्मान दिया जा रहा है।