भाजपा का विधायक होता तो कई गुना विकास होता बता दें कि बिजनौर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर कुछ सीटें न जीतने का दर्द साफ छलकता हुआ दिखाई दिया। जिसके चलते सीएम अपने भाषण में नगीना का जिक्र करना नहीं भूले। उन्होंने अपने भाषण में भाजपा विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर नगीना में भाजपा का विधायक चुना गया होता तो कई गुना ज्यादा विकास होता। इस बार बार नगीना में ऐसी चूक नहीं होनी चाहिए।
1999 के बाद नगीना सीट नहीं जीती भाजपा नगीना विधानसभा क्षेत्र से साल 1999 में भाजपा से लवकुश कुमार विधायक चुने गए थे। उसके बाद यहां का रूख बदल गया और अब तक भाजपा के हाथ निराशा ही लगी है। इसके साथ ही आजादी के बाद पहली बार 1991 में भाजपा से ओमप्रकाश सिंह विधायक बने थे, हालांकि कल्याण सिंह की सरकार गिरने के बाद 1993 में चुनाव हुए तो जनता दल से सतीश कुमार नगीना विधानसभा से विधायक बने।
2017 में दूसरे स्थान पर रही भाजपा इसके साथ ही जातिगत आंकड़ों के मुताबिक नगीना विधानसभा क्षेत्र में लगभग 70 हजार दलित, 65 हजार मुस्लिम, 35 से 40 हजार सैनी बिरादरी, 20 से 25 हजार के बीच पाल बिरादरी के वोट हैं। जिसके चलते यहां सिर्फ सपा और बसपा का ही मुकाबला देखने को मिलता है। जिसके चलते 2012 से नगीना सीट पर सपा से मनोज कुमार जीत रहे हैं। हालांकि 2017 में भाजपा दूसरे स्थान पर रही थी। वहीं मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के बाद भाजपा नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों को नगीना में दूसरे से पहले स्थान पर लाने के लिए पूरी तरह से ताकत लगाने को कहा है।