टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए दशाश्वमेध घाट पर प्रोटोकॉल के तहत बैठने का इंतजाम किया गया था। पर वो सब धरा रह गया। वो अपने रिश्तेदारों और पार्टी पदाधिकारियों संग सीढ़ियों पर बैठ गईं। वहीं से गंगा आरती देखी। आरती के दौरान वो पूरी तरह से उसी में लीन नजर आईं।
ये भी पढें- UP Assembly Election 2022: TMC नेता ममता बनर्जी पहुंची काशी के गंगा घाट, कुर्सियां छोड़ सीढ़यों पर बैठीं इससे पूर्व ममता बनर्जी को चेतगंज, गोदौलिया और दशाश्वमेध क्षेत्र में हिंदू युवा वाहिनी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। चेतगंज में हिंदू वाहिनी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और काले झंडे दिखाए। वापस जाओ के नारे भी लगे। इस विरोध-प्रदर्शन और नारेबाजी के बीच ममता कार से उतर कर सड़क पर तनकर खड़ी हो गईं। उन्होंने कहा कि वह डरने वाली नहीं हैं, न ही भागने वाली हैं। इसके बाद दशाश्वमेध घाट पर भी भाजपा समर्थकों ने ममता बनर्जी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आरती खत्म होने के बाद जब वह दशाश्वमेध घाट से निकलीं तो एक बार फिर भाजपा समर्थकों ने उन्हें देख कर जमकर नारेबाजी की।
अखिलेश ने किया ट्वीट, भाजपा के बिगड़े हालात हैं
वाराणसी में ममता के विरोध पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘भाजपा के बिगड़े हालात हैं क्योंकि दीदी-भइया साथ हैं। भाजपा पश्चिम बंगाल में मिली पराजय के सदमे से अभी तक नहीं उबरी है, इसीलिए ममता बनर्जी जी को बनारस में काले झंडे दिखा रही है। ये भाजपाइयों की हताशा का ही दूसरा रूप है क्योंकि वो जानते हैं कि वो उप्र भी बुरी तरह हार रहे हैं।’
वाराणसी में ममता के विरोध पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘भाजपा के बिगड़े हालात हैं क्योंकि दीदी-भइया साथ हैं। भाजपा पश्चिम बंगाल में मिली पराजय के सदमे से अभी तक नहीं उबरी है, इसीलिए ममता बनर्जी जी को बनारस में काले झंडे दिखा रही है। ये भाजपाइयों की हताशा का ही दूसरा रूप है क्योंकि वो जानते हैं कि वो उप्र भी बुरी तरह हार रहे हैं।’
वाराणसी जाऊंगी और दीया भी जलाऊंगी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा और उसके सहयोगी दलों का समर्थन कर रही हैं। उन्होंने 7 फरवरी को कहा था, ‘मैं वाराणसी भी जाऊंगी और शिव मंदिर में दीया भी जलाऊंगी। मैं जानती हूं कि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है, लेकिन कोई भी कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र है। मैं चाहती हूं कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा की जीत हो। पंजाब में हम आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा और उसके सहयोगी दलों का समर्थन कर रही हैं। उन्होंने 7 फरवरी को कहा था, ‘मैं वाराणसी भी जाऊंगी और शिव मंदिर में दीया भी जलाऊंगी। मैं जानती हूं कि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है, लेकिन कोई भी कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र है। मैं चाहती हूं कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा की जीत हो। पंजाब में हम आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।’
बता दें कि उत्तर प्रदेश में टीएमसी का कोई नेता चुनाव नहीं लड़ रहा है। लेकिन दिग्गज कांग्रेसी परिवार के वारिस पूर्व मुख्यमंत्री पंडित कमलापति त्रिपाठी के पौत्र पूर्व एमएलसी राजेशपति त्रिपाठी और प्रपौत्र ललितेशपति त्रिपाठी ने कांग्रेस छोड़कर टीएमसी का थाम लिया है।
एयरपोर्ट पर इन्होंने किया स्वागत
इससे पूर्व ममता के बाबातपुर स्थित लालबाहुदर शास्त्री एयरपोर्ट पहुंचने पर टीएमसी के प्रदेश संयोजक राजेशपति त्रिपाठी, पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी, महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा आदि ने स्वागत किया। इस मौके पर टीएमसी नेता बिजय शंकर पांडेय, बैजनाथ सिंह आदि भी मौजूद रहे।
इससे पूर्व ममता के बाबातपुर स्थित लालबाहुदर शास्त्री एयरपोर्ट पहुंचने पर टीएमसी के प्रदेश संयोजक राजेशपति त्रिपाठी, पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी, महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा आदि ने स्वागत किया। इस मौके पर टीएमसी नेता बिजय शंकर पांडेय, बैजनाथ सिंह आदि भी मौजूद रहे।
शिवपुर विधानसभा के ऐढे में सभा आज गुरुवार को ऐढ़े में समाजवादी पार्टी की ओर से आयोजित जनसभा को ममता, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी संबोधित करेंगे। गुरुवार को ही ममता बनर्जी काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन भी करेंगीं। इसके बाद वह वापस कोलकाता लौट जाएंगीं।