पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections 2021) में किसी और को फायदा हो रहा है या नहीं, यह तो अभी स्पष्ट नहीं है, मगर बंगाल के होटल उद्योग के लिए यह काफी फायदे का सौदा साबित हो रहा है। एक साल पहले कोरोना महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन में होटल उद्योग को जो नुकसान हुआ था, उसकी भरपाई करीब-करीब इस चुनाव ने कर दी है।
होटल में कमरों की बुकिंग बढ़ी
विधानसभा चुनाव की वजह से देशभर के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और मीडिया इंडस्ट्री से जुड़े लोग राज्य में आ रहे हैं। बंगाल में होटल एंड रेस्त्रां एसोसिएशन ऑफ ईस्टर्न इंडिया के सचिव सुदेश पोद्दार की मानें तो विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और मीडिया इंडस्ट्री के लोग राज्य में आ रहे हैं और ठहरने के लिए होटलों की बुकिंग कर रहे हैं। इससे होटल उद्योग को राहत मिली है। पोद्दार के मुताबिक, फिलहाल कोलकाता समेत राज्य के दूसरे जिलों में भी होटल के कमरों की बुकिंग बढ़ी है। इससे होटल उद्योग को जो नुकसान लॉकडाउन में हुआ था, यह समय उसकी भरपाई करने में मददगार साबित हो रहा है।
विधानसभा चुनाव की वजह से देशभर के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और मीडिया इंडस्ट्री से जुड़े लोग राज्य में आ रहे हैं। बंगाल में होटल एंड रेस्त्रां एसोसिएशन ऑफ ईस्टर्न इंडिया के सचिव सुदेश पोद्दार की मानें तो विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और मीडिया इंडस्ट्री के लोग राज्य में आ रहे हैं और ठहरने के लिए होटलों की बुकिंग कर रहे हैं। इससे होटल उद्योग को राहत मिली है। पोद्दार के मुताबिक, फिलहाल कोलकाता समेत राज्य के दूसरे जिलों में भी होटल के कमरों की बुकिंग बढ़ी है। इससे होटल उद्योग को जो नुकसान लॉकडाउन में हुआ था, यह समय उसकी भरपाई करने में मददगार साबित हो रहा है।
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राजनेता और मीडियाकर्मियों ने बढ़ाई कमरों की मांगहालांकि, इस बार बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधी टक्कर दिखाई दे रही है। ऐसे में भाजपा से ही ज्यादातर नेता विभिन्न राज्यों से प्रचार के लिए बंगाल में आ रहे है। सूत्रों की मानें तो होटलों में कमरों की मांग भाजपा नेताओं की तरफ से ही अधिक हो रही है। इसके अलावा, दिल्ली और मुंबई से मीडियाकर्मी भी यहां विधानसभा चुनाव कवरेज के लिए आ रहे हैं। उनकी ओर से भी कमरों की मांग की जा रही है।
लॉकडाउन से होटल उद्योग पर पड़ा था बुरा असर
बता दें कि पिछले साल कोरोना संक्रमण की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था, जिससे होटल समेत तमाम दूसरे उद्योगों पर भी असर पड़ा था। हालांकि, दूसरे उद्योग तो अभी भी इस परेशानी से उबरने के लिए मशक्कत कर रहे हैं, मगर विधानसभा चुनाव ने बंगाल के होटल उद्योग को संजीवनी जरूर दी है, जिससे उबरने में इसे मदद मिल सके। बहरहाल, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर भी शुरू हो चुकी है और देश के विभिन्न राज्यों से रोज हजारों की संख्या में नए केस सामने आ रहे हैं, मगर पूर्वी राज्यों खास बिहार और इससे सटे बंगाल में स्थिति अब भी काबू में है। ऐसे में पर्यटक भले ही राज्य में नहीं आ रहे, मगर राजनेता और मीडियाकर्मियों की वजह से होटल उद्योग को राहत जरूर मिली है।
बता दें कि पिछले साल कोरोना संक्रमण की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था, जिससे होटल समेत तमाम दूसरे उद्योगों पर भी असर पड़ा था। हालांकि, दूसरे उद्योग तो अभी भी इस परेशानी से उबरने के लिए मशक्कत कर रहे हैं, मगर विधानसभा चुनाव ने बंगाल के होटल उद्योग को संजीवनी जरूर दी है, जिससे उबरने में इसे मदद मिल सके। बहरहाल, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर भी शुरू हो चुकी है और देश के विभिन्न राज्यों से रोज हजारों की संख्या में नए केस सामने आ रहे हैं, मगर पूर्वी राज्यों खास बिहार और इससे सटे बंगाल में स्थिति अब भी काबू में है। ऐसे में पर्यटक भले ही राज्य में नहीं आ रहे, मगर राजनेता और मीडियाकर्मियों की वजह से होटल उद्योग को राहत जरूर मिली है।
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