दरअसल हिमंत बिस्वा को तीसरे चरण के मतदान से पहले दोहार झटका लगा है। अब चुनाव आयोग ने उनके भाई को लेकर भी एक्शन लिया है। आयोग ने उनके भाई का ट्रांसफर करने का आदेश दिया है।
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वोटिंग प्रभावित होने की आशंकादरअसल चुनाव आयोग ने हिमंत बिस्वा सरमा के भाई सुशांत बिस्वा सरमा पर एक्शन इसलिए लिया है क्योंकि उनके भाई गोलपाड़ा के एसपी हैं।
गोलपाड़ा विधानसभा सीट पर आखिरी फेज यानी 6 अप्रैल को वोटिंग होनी है। यही वजह है कि उनके ट्रांसफर के आदेश दिए गए हैं। आयोग नहीं चाहता है कि उनके भाई के चलते किसी भी तरह की वोटिंग के प्रभावित होने या फिर कोई अन्य अनहोनी घटना के चांस बनें।
असम के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर को इसके लिए शुक्रवार देर रात चुनाव आयोग की तरफ से एक खत भेजा गया है। इस खत के मुताबिक, चुनाव आयोग ने चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर को निर्देश दिया है कि वो जल्द से जल्द एसपी सुशांत बिस्वा सरमा का ट्रांसफर करें।
हिमंत के भाई की जहग इनको मिली जिम्मेदारी
चुनाव आयोग ने कहा है कि सुशांत बिस्वा सरमा की जगह वीरा राकेश रेड्डी को गोलपाड़ा का एसपी नियुक्त किया जाए। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि सुशांत को पुलिस हेडक्वार्टर में किसी अच्छे पद पर रखा जाए।
हिमंत के प्रचार करने पर 48 घंटे की रोक
इससे पहले हिमंत बिस्वा सरमा के प्रचार करने पर भी चुनाव आयोग रोक लगा चुका है। वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा पर 48 घंटे तक चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है।
दरअसल, 29 मार्च के दिए हिमंत बिस्वा सरमा ने खुले मंच से कांग्रेस के सहयोगी और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के चेयरमैन हगरमा मोहिलरी को जेल भेजने की धमकी दी थी। यह भी पढ़ेँः
Assam Assembly Elections 2021: दूसरे चरण में इन दिग्गजों समेत 345 प्रत्याशियों की दांव पर साख इसके बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आयोग ने हिमंत बिस्वा सरमा के चुनाव प्रचार करने पर 48 घंटे तक रोक लगा दी है।
आपको बता दें कि असम विधानसभा चुनाव ( Assam Assembly Elections 2021 ) के तीसरे चरण का मतदान 6 अप्रैल को होना है। इसी चरण में हिमंत बिस्मा भी किस्म आजमा रहे हैं। तीसरे चरण में 40 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे।