राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2019 के ड्राफ्ट की कुछ महत्वपूर्ण बातें ( Importance of Draft National Education Policy)
-नई शिक्षा नीति 2019 के तहत शिक्षा का अधिकार कानून को और व्यापक बनाया गया। पहले जहां प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की शिक्षा को ही शामिल किया जा रहा है, अब प्राथमिक शिक्षा से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई के लिए लागू होना चाहिए।
-नई शिक्षा नीति के प्रारूप में राष्ट्रीय शिक्षा आयोग बनाने का सुझाव भी है। इससे पर्यावरण हितैषी व ज्ञानवान समाज बनाने के उद्देश्यों के साथ बदलाव को सुगमता मिल सकेगी। साथ ही निजी स्कूलों के साथ पब्लिक शब्द को हटाने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है।
-नई शिक्षा नीति के ड्राफ्ट के तहत पूर्व-प्राथमिक शिक्षा तक पहुंच, शिक्षक-विद्यार्थी अनुपात (पीटीआर) को 30ः1 तक रखने का सुझाव भी दिया गया है। इसके तहत मिड डे मील के कार्यक्रम का विस्तार करने की बात कही गई है।
-पहली व दूसरी कक्षा में भाषा व गणित विषय पर जोर देने की बात कही गई है। साथ ही चौथी व पाँचवीं के बच्चों के साथ लेखन कौशल पर काम करने पर भी ध्यान देने की बात कही गई है।
-नई शिक्षा नीति 2019 के ड्राफ्ट में पुस्तकालयों को जीवंत बनाने पर ध्यान देने की बात कही गई है। इसमें कहानी सुनाने, रंगमंच, समूह में पठन, लेखन व बच्चों के बनाये चित्रों व लिखी हुई सामग्री का डिसप्ले करने पर ध्यान देने की बात कही गई है। स्कूल के साथ-साथ सार्वजनिक पुस्तकालयों को विस्तार देने व पढ़ने और संवाद करने की संस्कृति को प्रोत्साहित करने की बात भी नई शिक्षा नीति-2019 के ड्राफ्ट में कही गई है।