पुरानी फर्म की दर पर छापेगी नई फर्म इधर, राजभवन ने २४ अगस्त को दीक्षांत समारोह की तारीख घोषित कर दी, लेकिन तब तक उपाधियों की छपाई का काम पूरा न होने के कारण हडक़ंप मच गया। आनन-फानन में हाईपावर कमेटी की बैठक बुलाई गई। इसमें इस फर्म को आखिरी मौका देने का फैसला हुआ। डीआईपीएस टेक्नोलॉजी ने एक सप्ताह पहले ७० डिग्रियां भेजीं, लेकिन यह भी मानकों पर खरी नहीं उतरी। आखिर, विवि ने टेंडर रद्द कर दूसरे स्थान पर रही फर्म को काम सौंपा। बड़ी बात यह कि नई फर्म भी पुरानी फर्म की दरों पर ही काम पूरा करेगी।
२० तक आ जाएंगी डिग्रियां वीएमओयू ने नई फर्म को निर्देश दिए हैं कि वह २५ सितंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह में दी जाने वाली ७० डिग्रियां तैयार कर दे। इसके बाद २० सितंबर तक सभी २१,३२२ डिग्रियां दे दे।
डीआईपीएस टेक्नोलॉजी ने टेंडर शर्तों के अनुसार काम नहीं किया। आखिर में टेंडर निरस्त कर सैकंड लोएस्ट प्राइस पर रहे बिडर को कार्यादेश जारी कर दिया है। -प्रो. अशोक शर्मा, कुलपति, वीएमओयू
डीआईपीएस टेक्नोलॉजी ने टेंडर शर्तों के अनुसार काम नहीं किया। आखिर में टेंडर निरस्त कर सैकंड लोएस्ट प्राइस पर रहे बिडर को कार्यादेश जारी कर दिया है। -प्रो. अशोक शर्मा, कुलपति, वीएमओयू