12वीं आए थे अच्छे अंक
आशना उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुवा की रहने वाली हैं। उनके पिता डॉ अजीत चौधरी सरकारी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। शुरुआती पढ़ाई पिलखुवा के सेंट जेवियर्स स्कूल से हुई। इसके बाद उदयपुर के स्कूल से उनकी पढ़ाई हुई। इस तरह 12वीं आते-आते स्कूल और शहर बदले। 12वीं में उन्होंने 96.5 प्रतिशत हासिल किया था। कुछ समय तक NGO में किया काम
दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वुमन से आशना ने इंग्लिश लिटरेचर में ग्रेजुएशन किया है। बाद में साउथ एशियन यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशन में मास्टर्स किया। इसके साथ ही उन्होंने एक एनजीओ के साथ भी काम किया था, जिसका उद्देश्य था वंचित बच्चों को शिक्षित करना।
ग्रेजुएशन के बाद शुरू की तैयारी (Success Story)
आशना ग्रेजुएशन के बाद ब्रेक लेना चाहती थीं। परिवार वालों ने यूपीएससी की तैयारी करने की सलाह दी। फिर क्या था, आशना 2019 से यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं। दो प्रयासों में असफल होने के बाद अपने तीसरे प्रयास में 992 अंक हासिल किए। वर्ष 2022 में उन्होंने यूपीएससी क्रैक (UPSC Success Story) किया।
पहले और दूसरे प्रयास में हो गईं थीं फेल (Success Story)
बता दें, अपने पहले प्रयास में आशना बुरी तरह से फेल हो गई थीं। तब वो यूपीएससी प्रीलिम्स (UPSC Prelims) भी पास नहीं कर पाईं थीं। अपने दूसरे प्रयास में भी वो प्रीलिम्स में ढ़ाई अंकों से चूक गई थी। इसके बाद उन्होंने तैयारी की रणनीति बदली और नतीजा सबके सामने है। आशना सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं। वह अक्सर इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीरें शेयर करती रहती हैं। इंस्टाग्राम पर उनके 107K फॉलोअर्स हैं।