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इस कोर्स को शुरू करने वाले संस्थानों में (NIRF) में टॉप 200 में जगह बनाने वाली यूनिवर्सिटी शामिल हो सकती है। टॉप 200 यूनिवर्सिटी इस कोर्स की शुरू कर सकती है। यह अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम (AEDP) कोर्स जनवरी-फरवरी 2025 से शुरू किया जा सकता है। UGC के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार की माने तो AEDP को मंजूरी दे दी गई है। इस प्रोग्राम का मकसद इछात्रों को ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान रोजगार के लिए तैयार करना है। इस कोर्स की बात करें तो यह कोर्स समेस्टेर ट्रेनिंग बेस्ड होगा।
UGC Special Course : समेस्टेर ट्रेनिंग बेस्ड होगा कोर्स
इस कोर्स को शुरू करने वाले संस्थानों में (NIRF) में टॉप 200 में जगह बनाने वाली यूनिवर्सिटी शामिल हो सकती है। टॉप 200 यूनिवर्सिटी इस कोर्स की शुरू कर सकती है। यह अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम (AEDP) कोर्स जनवरी-फरवरी 2025 से शुरू किया जा सकता है। UGC के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार की माने तो AEDP को मंजूरी दे दी गई है। इस प्रोग्राम का मकसद इछात्रों को ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान रोजगार के लिए तैयार करना है। इस कोर्स की बात करें तो यह कोर्स समेस्टेर ट्रेनिंग बेस्ड होगा।
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इस कोर्स की बात करें तो अप्रेंटिसशिप दूसरे सेमेस्टर से शुरू किया जा सकता है। तीन साल के कोर्स में छात्रों को कम से कम एक सेमेस्टर और अधिकतम तीन सेमेस्टर के लिए इंडस्ट्री ट्रेंनिंग लेनी होगी। जबकि चार साल के कोर्स में कम से कम 2 और अधिकतम 4 सेमेस्टर की ट्रेनिंग अनिवार्य रूप से दिलानी होगी। UGC ने यह फैसला इंडस्ट्री को यूनिवर्सिटी कोर्स के बीच के अंतर को खत्म करने के लिए लिया है। बहुत समय से इस बात की मांग उठाई जा रही थी कि कॉलेज के पढ़ाई को इंडस्ट्री के साथ जोड़ना चाहिए।
UGC Special Course : इंडस्ट्री ट्रेंनिंग लेना होगा अनिवार्य
इस कोर्स की बात करें तो अप्रेंटिसशिप दूसरे सेमेस्टर से शुरू किया जा सकता है। तीन साल के कोर्स में छात्रों को कम से कम एक सेमेस्टर और अधिकतम तीन सेमेस्टर के लिए इंडस्ट्री ट्रेंनिंग लेनी होगी। जबकि चार साल के कोर्स में कम से कम 2 और अधिकतम 4 सेमेस्टर की ट्रेनिंग अनिवार्य रूप से दिलानी होगी। UGC ने यह फैसला इंडस्ट्री को यूनिवर्सिटी कोर्स के बीच के अंतर को खत्म करने के लिए लिया है। बहुत समय से इस बात की मांग उठाई जा रही थी कि कॉलेज के पढ़ाई को इंडस्ट्री के साथ जोड़ना चाहिए।
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