कोरोनाकाल (Corona Pandemic) के दौरान अन्य क्षेत्र की तरह शिक्षा के क्षेत्र को भी काफी नुकसान पहुंचा। जहां एक तरफ छोटे बच्चों के स्कूल पूरी तरह बंद हो गए थे, वहीं दूसरी तरफ कॉलेज जाने वाले छात्रों का भविष्य भी खतरे में था। ऐसे में ऑनलाइन क्लासेज एक मात्र ऐसा तरीका बना, जिससे छात्रों का सिलेबस पूरा किया गया। इस दौरान भारत में एजुकेशन सिस्टम में काफी बदलाव आया, कई तरह के प्रोग्राम ऑनलाइन कराए जाने लगे। यहां तक की डांस और योग जैसी गतिविधियों के लिए भी ऑनलाइन क्लासेज शुरू किए जाने लगे।
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यूजीसी ने छात्रों को डिस्टेंस लर्निंग (ODL) और ऑनलाइन लर्निंग (OL) कोर्स में दाखिला लेने से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी है। साथ ही कुछ दिशानिर्देश भी जारी किए हैं। यूजीसी के अनुसार, छात्र जिस भी हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट से कोर्स करना चाहते हैं उसकी मान्यता चेक कर लें।
साथ ही यूजीसी ने विश्वविद्यालय को निर्देश (UGC New Guidelines On Online Courses) दिया है कि सभी कोर्स की जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड करें और इसकी जानकारी यूजीसी को भी दें। यदि कोई विश्वविद्यालय नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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किसी भी इंस्टीट्यूट की मान्यता चेक करने के दो तरीके हैं। पहला ये देखें कि उस इंस्टीट्यूट के पास भारत सरकार की मान्यता है। साथ ही ये देखें कि उस इंस्टीट्यूट को डिस्टेंस और ऑनलाइन लर्निंग कोर्स (Online Learning Courses) कराने की अनुमति है या नहीं। यह चेक करना इसलिए जरूरी है क्योंकि सभी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय ऑनलाइन कोर्स नहीं कराते। इसके लिए आप यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
दूसरा तरीका ये है कि आप कॉलेज की वेबसाइट पर जा सकते हैं। यूजीसी का कहना है कि सभी मान्यता प्राप्त कॉलेज को अपने वेबसाइट पर दस्तावेज अपलोड करना अनिवार्य है। इस दस्तावेज में हलफनामा, सरकारी अप्रूवल, रेगुलेटरी अप्रूवल आदि शामिल है।