टॉपर बच्चे किसी खास दिन या खास मौके पर नहीं बल्कि हर दिन पढ़ाई करते हैं। निरंतर पढ़ाई करने से ही आप किसी विषय पर अपनी पकड़ मजबूत कर सकेंगे। ऐसे बच्चों की तुलना में जो केवल परीक्षा के समय पढ़ते हैं, टॉपर बच्चे हर दिन एक तय रूटीन (Topper Students Routine) बनाकर पढ़ाई करते हैं।
टॉपर बच्चे अनुशासित होते हैं। ऐसे बच्चे जिन्होंने जीवन में अनुशासन नहीं सीखा वो कभी कामयाब व्यक्ति नहीं बन पाएंगे, इसलिए अपने बच्चों को अनुशासन सीखाएं। अनुशासन के साथ-साथ जीवन में सफल होने के लिए टाइम मैनेजमेंट (Time Management For School Students) भी बेहद जरूरी है। टॉपर बच्चे अपनी रूटीन में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद व मनोरंजन के काम के लिए भी समय फिक्स करते हैं।
शिक्षक हमारे मार्गदर्शक होते हैं। हर सफल व्यक्ति के पीछे एक गुरु होता है। ऐसे में अगर आपको भी टॉपर बच्चे की लिस्ट में आना है तो न सिर्फ टीचर्स का सम्मान करना सीखें बल्कि उनके साथ हमेशा संपर्क में रहें। अपनी सभी कमजोरियों और परेशानियों के संबंध में शिक्षक से राय जरूर लें।
प्रत्येक टॉपर बच्चा खुद को मोटिवेट करता रहता है। हर एक के लिए मोटिवेश अलग-अलग हो सकता है। किसी के लिए कोई कोट्स काम करता है तो किसी के लिए उनके माता-पिता द्वारा कही गई बात। लेकिन एक सफल छात्र खुद की गलतियों से सीखकर अच्छा करने की दिशा में खुद को मोटिवेट करता रहता है।
टॉपर बच्चे सिर्फ किताबी ज्ञान लेने में एक्सपर्ट नहीं होते हैं बल्कि वो अपने क्लास में हर एक्टिविटी में अच्छा परफॉर्म करते हैं। सफल छात्र की यह निशानी है कि वो डांस, म्यूजिक, आर्ट्स हर क्षेत्र में अपनी रूचि दिखाए और खुद को विकसित करें।