सबसे बड़ी बीज डिस्ट्रीब्यूटर है शंकर की कंपनी
हम बात कर रहे हैं राजस्थान के शंकर मीणा की। शंकर मीणा ने 2017 में ‘जीवन मशरूम’ नाम के वेंचर की शुरुआत की थी। यह राजस्थान की पहली कंपनियों में से एक है जो मशरूम स्पॉन (बीज) उपलब्ध कराती है। शंकर मीणा की ये कंपनी सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों के बाजार में भी कई तरह के मशरूम बीज की डिस्ट्रीब्यूटर है। खेती के कारण बिजनेस में बढ़ी दिलचस्पी (Success Story)
शंकर मीणा ने फाइनेंस में एमबीए किया है। वे बचपन से ही खेती-बाड़ी के माहौल में पले-बढ़ें हैं। अप्रत्याशित मौसम के कारण किसानों को होनी वाली मुसिबतों से वे अच्छी तरह से वाकिफ थे। उन्होंने करीब से देखा है कि किस तरह कई बार मौसम का चक्र बदलते ही किसानों के फसल खराब हो जाते हैं और उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। शंकर भले ही एमबीए कर रहे थे लेकिन उनकी दिलचस्पी खुद का काम करने में थी।
मशरूम की खेती के लिए किया ट्रेनिंग (Success Story)
एमबीए की डिग्री छोड़कर उन्होंने मशरूम की खेती को समझने के लिए कई जगह से ट्रेनिंग ली। 2016 की शुरुआत में उन्होंने सोलन में ICAR-डायरेक्टरेट ऑफ मशरूम रिसर्च में ट्रेनिंग ली जो खाने योग्य और औषधीय मशरूम के अध्ययन पर केंद्रित है। उन्होंने हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन (HAIC) और बेंगलुरु में भी प्रशिक्षण प्राप्त किया
बीज के बिजनेस में दिखा अवसर
जनवरी 2017 में उन्होंने अपने घर पर पहला प्रयोग किया। शुरुआती सफलता (Success Story) मिलने पर उन्होंने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ खुद के बनाए मशरूम शेयर किया। धीरे-धीरे उन्हें एहसास हुआ कि राजस्थान में मशरूम के बीज की कमी है, इसलिए उन्होंने खुद की खेती करने के साथ-साथ मशरूम के बीज की प्रोडक्शन भी शुरू किया।
हर महीने होती है 12 लाख रुपये की कमाई
शंकर मीणा हर महीने 12 लाख रुपये कमाते हैं। शंकर की कंपनी कई तरह के मशरूम की बिक्री करती है। इनमें बटन, ऑयस्टर, लायन्स मेन, शिटेक और गैनोडर्मा आदि शामिल है। शंकर ने आज भारत में अच्छा मार्केट बेस बना लिया है। भूटान, नेपाल और अमेरिका में भी वह मशरूम भेजते हैं। अपने कारोबार से वह 12 लाख रुपये महीने कमा लेते हैं।