वर्ष 1983 में लगी नौकरी (Jay Kishore Pradhan)
किशोर (Jay Kishore Pradhan) ने पहली बार नीट यूजी परीक्षा 1974 में दी थी। लेकिन उस समय परीक्षा पास नहीं कर पाए थे। परिवार वालों की ओर से नौकरी का दबाव बनाया जा रहा था, जिसके बाद किशोर प्रधान ने स्ट्रीम बदलकर फिजिक्स के साथ ग्रेजुएशन किया। वर्ष 1983 में उनकी नौकरी SBI में लग गई। लेकिन अंदर ही अंदर MBBS नहीं कर पाने का मलाल था। कई बार मन में आया कि नौकरी छोड़ दें लेकिन परिवार की जिम्मेदारियों ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया। यह भी पढ़ें
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बेटियों ने परीक्षा देने के लिए किया मोटिवेट (Retired SBI Employee)
मन में हमेशा से डॉक्टर बनने का सपना था। यही कारण था कि रिटायरमेंट के बाद किशोर प्रधान ने अपने सपनों को पूरा करने का फैसला लिया। उनकी जुड़वां बेटियां भी NEET परीक्षा की तैयारी कर रही थीं। बेटियों ने पिता को परीक्षा में बैठने के लिए मोटिवेट किया। लेकिन अभी भी उनके आगे एक मुश्किल थी उम्र सीमा। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट (No Upper Age Limit For NEET UG Ordered Supreme Court) ने इसका भी हल निकाल दिया। यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2019 में मेडिकल प्रवेश परीक्षा से उम्र सीमा की पाबंदी को खत्म करने का आदेश दिया था। इससे पहले केवल 25 साल (NEET UG Age Limit) तक ही नीट परीक्षा में शामिल हुआ जा सकता था। ऐसे में जय किशोर ने इस मौके का फायदा उठाया और आखिरकार वर्ष 2020 में उनकी मेहनत रंग लाई। जय किशोर ने नीट परीक्षा में सफलता हासिल कर ली। यह भी पढ़ें
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इन दिनों कहां हैं जय किशोर प्रधान (Success Story)
जय किशोर फिलहाल वीर सुरेंद्र साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (VIMSAR) में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। वे अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद प्राइवेट प्रैक्टिस करेंगे। एमबीबीएस पूरा होने तक उनकी उम्र करीब 70 साल हो जाएगी। जय किशोर ने कहा कि नीट की तैयारी करना कोई आसान काम नहीं है। पाठ्यक्रम को समझने के लिए भी बहुत समर्पण और तैयारी की आवश्यकता होती है।