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Success Story: गरीबी नहीं बनी सफलता में बाधा, मंडी के भाई-बहन ने मेहनत-मजदूरी करके हासिल किया ये मुकाम

Success Story Of Mandi Brother And Sister: हिमाचल प्रदेश के मंडी के रहने वाले एक भाई-बहन ने जी-तोड़ मेहनत की। यहां तक की दुकानों व ढाबों में काम किया और सफलता हासिल की।

नई दिल्लीDec 06, 2024 / 11:15 am

Shambhavi Shivani

Success Story Of Mandi Brother And Sister: हिमाचल प्रदेश के मंडी के रहने वाले एक भाई-बहन ने हजारों-लाखों छात्रों के लिए मिसाल पेश की है। ये भाई बहन की जोड़ी इन दिनों इंटरनेट पर खूब सुर्खियां बटोर रही है। इनकी संघर्ष और सफलता की कहानी (Success Story) सभी के लिए प्रेरणा बन गई है। आर्थिक तंगी से गुजरने के बाद भी इन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और अब दोनों ही लेक्चरर बन गए हैं। अपने सपनों का पाने के लिए इन्होंने जी-तोड़ मेहनत की। यहां तक की दुकानों व ढाबों में काम किया।

मंडी जिला के एक छोटे से गांव से रखते हैं ताल्लुक (Mandi News)

भाई भूपेंद्र 27 साल के हैं और बहन पुष्पा देवी 29 साल की हैं। मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे दोनों भाई बहनों ने मुश्किल परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी। भूपंद्र और पुष्पा के पिता किसान और मां गृहिणी हैं। 
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मजदूरी करके निकाला पढ़ाई का खर्च

इंटरनेट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, इन दोनों भाई बहनों (Mandi Brother and Sister Story) ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जरोल और लंबाथाच कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की है। दोनों भाई बहनों ने BEd की पढ़ाई के दौरान दुकानों और ढाबों में छोटे-छोटे काम किया लेकिन कभी गरीबी को सफलता के आड़े नहीं आने दिया। 
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माता-पिता को दिया सफलता का क्रेडिट (Success Story Of Mandi Brother And Sister)

एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में भूपेंद्र बताते हैं कि दोनों ही भाई बहनों को परिवार का पूरा सहयोग मिला। ऐसे में उन्हें भी हिम्मत मिली और दोनों ने दिन भर काम करते हुए भी रातों में पढ़ाई करके खुद को फोकस रखा। पुष्पा घर के कामों में भी सहयोग करती थीं। दोनों ही भाई-बहनों ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया। पुष्पा फिलहाल एक निजी कॉलेज में पढ़ा रही हैं। वहीं भूपेंद्र का रिजल्ट आ गया है लेकिन अभी उनकी ज्वॉइनिंग नहीं हुई है। 

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