सबसे कम उम्र की आईएएस बनीं सुलोचना (IAS Sulochana Meena Success Story)
सुलोचना मीणा राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले (Sawai Madhopur News) के छोटे से गांव आदलवाडा की रहने वाली हैं। वे पहली बार वर्ष 2021 में यूपीएससी सीएसई परीक्षा में बैठी थीं और अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में ऑल इंडिया छठी रैंक हासिल करके आईएएस बन गईं। इस तरह वे अपने गांव में सबसे कम उम्र की IAS बनने वाली पहली महिला बन गईं। यह भी पढ़ें
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दिल्ली विश्वविद्यालय से की है पढ़ाई
सुलोचना बचपन से ही आईएएस अधिकारी बनने का सोचा करती थी। यही कारण है कि उन्होंने अपनी 12वीं की पढ़ाई के बाद सीधा दिल्ली का रुख किया। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) से बॉटनी विषय में बीएससी की डिग्री हासिल की है। यह भी पढ़ें
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इस कारण से आई थीं चर्चा में
हाल ही में सुलोचना अपने काम को लेकर चर्चा में आई थीं। दरअसल, उन्होंने झारखंड के मेदिनीनगर में बतौर एसडीएम सदर अपने कोर्ट में लंबित केसों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कोर्ट को हफ्ते में 2 दिन से बढ़कर हफ्ते में 5 दिन लगाना शुरू कर दिया। इसका नतीजा ये हुआ कि धीरे-धीरे उनके कोर्ट केस की संख्या में कमी आने लगी।यूपीएससी की तैयारी के लिए दिया टिप्स (UPSC Preparation Tips)
एक इंटरव्यू के दौरान सुलोचना ने कहा कि उन्हें तैयारी के दौरान जहां से भी ज्ञापन मिला, उन्होंने बटोर लिया। पढ़ाई के साथ-साथ वे अखबार पढ़ा करती थीं और मॉक टेस्ट भी दिया करती थीं। साथ ही यूट्यूब और टेलीग्राम से मिलने वाली सामग्री से भी मदद लिया करती थीं। सुलोचना रोजाना 8-9 घंटे पढ़ाई किया करती थीं। उन्होंने एनसीईआरटी की किताबों से भी पढ़ाई की हैं। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों को कहा कि सबसे जरूरी ये है कि आप तय करें कि यूपीएससी क्यों करना है? जब ये तय हो जाए तो अपने गोल पर फोकस करें। फोकस होकर पढ़ें और दिमाग में इस बात को डाल लें कि मेहनत करनी ही पड़ेगी, यूपीएससी निकालने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं है। अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैंने शुरू में अखबार पढ़ना शुरू किया था तो मुझे 5 घंटे लगते थे। तैयारी करते हुए खुद पर भरोसा रखें और कभी हिम्मत न हारें।