5वें प्रयास में हासिल की सफलता (Success Story Of Ayushi Dabas IAS)
दृष्टि दोष होने के बावजूद भी आयुषी ने देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी में शामिल होने का सपना देखा। आयुषी ने 5 सालों की कड़ी मेहनत के दम पर अपने 5वें प्रयास में 48वीं AIR रैंक के साथ UPSC CSE 2021 क्रैक कर लिया। उन्होंने वर्ष 2016 में यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी। यह भी पढ़ें
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डीयू के इस कॉलेज से की है पढ़ाई
आयुषी अपने एक इंटरव्यू में कहती हैं कि उन्हें यकीन था कि वे परीक्षा पास कर लेंगी। लेकिन इस रैंक की उम्मीद नहीं थी। 50 से भी कम के भीतर आने से वे बेहद खुश हुईं। वे मूल रूप से यूपी की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा गृहनगर रानी खेड़ा से पूरी की। वहीं उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए दिल्ली चली गईं। दिल्ली के श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज से डिग्री ली। यहां उन्होंने तीनों ही साल टॉप किया। इसके बाद आयुषी ने इग्नू से इतिहास में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की। यही नहीं आयुषी ने JMI से बीएड भी किया है। आयुषी अधिकारी बनने से पहले पढ़ाती भी थीं। यह भी पढ़ें
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मां को दिया सफलता का क्रेडिट
आयुषी की मां गृहिणी हैं और उनके पिता पंजाब में एक निजी कंपनी में काम करते हैं। आयुषी ने इस उपलब्धि के लिए अपनी मां को क्रेडिट दिया। आयुषी ने बताया कि उनकी मां एक वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी थीं लेकिन 2020 में स्वेच्छा से अपने पद से सेवानिवृत्त हो गईं और बेटी की पढ़ाई लिखा में पूरा ध्यान लगा दिया। आशा रानी ने बेटी को परीक्षा पास करने के लिए हिम्मत दी। यह भी पढ़ें