Success Story : इंजीनियरिंग के बाद बने आईएएस ऑफिसर
आईएएस अभिनव गोपाल की बात करें तो गोपाल फिलहाल गाजियाबाद में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। अभिनव गोपाल मुख्यतः यूपी के प्रयागराज जिले के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई प्रयागराज से ही पूरी हुई है। उन्होंने आईआईटी मद्रास जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से बीटेक और फिर एमटेक भी किया है। जिसके बाद उन्होंने 2015 में सीएपीएफ की परीक्षा की। जिसके बाद उन्हें 2017 में भारतीय वन सेवा अधिकारी बनने का मौका मिला। लेकिन उनका सपना आईएएस बनने का था। जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और सफलता भी पाई। साल 2020 में अभिनव गोपाल ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की और आईएएस अधिकारी बनें।
यह खबर भी पढ़ें :- Success Story : गरीबी में पले, राजस्थान के इस गांव से नाता, कोलकाता के नए पुलिस कमिश्नर IPS मनोज कुमार वर्मा कहानी
आयरनमैन ट्रायथलॉन प्रतियोगिता में 3.9 किमी तैराकी, 180.2 किमी साइकिल की सवारी और 42.2 किमी मैराथन शामिल है। इस प्रतियोगिता में इन सभी मैराथन को बिना रुके हुए पूरा करना होता है। किसी भी प्रतिभागी के लिए ये बहुत आसान नहीं होता है। लेकिन आईएएस अभिनव गोपाल ने अपनी एकाग्रता के दम पर इसे 14.28 घंटे में पूरा कर लिया। अभिनव गोपाल को खेलों में रूचि उन्हें बचपन से ही रही है। पांच साल की उम्र से ही उन्होंने खेलों में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था। वो कई प्रतोयोगिता भी जीत चुके हैं। वे राष्ट्रीय स्तर के तैराक भी रह चुके हैं। साल 2022 में उन्होंने हाफ आयरनमैन का खिताब जीता था। इस बार उन्होंने पूर्ण आयरनमैन प्रतियोगिता में जीत हासिल कर के अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
बचपन से रहा है खेलों में रूचि
आयरनमैन ट्रायथलॉन प्रतियोगिता में 3.9 किमी तैराकी, 180.2 किमी साइकिल की सवारी और 42.2 किमी मैराथन शामिल है। इस प्रतियोगिता में इन सभी मैराथन को बिना रुके हुए पूरा करना होता है। किसी भी प्रतिभागी के लिए ये बहुत आसान नहीं होता है। लेकिन आईएएस अभिनव गोपाल ने अपनी एकाग्रता के दम पर इसे 14.28 घंटे में पूरा कर लिया। अभिनव गोपाल को खेलों में रूचि उन्हें बचपन से ही रही है। पांच साल की उम्र से ही उन्होंने खेलों में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था। वो कई प्रतोयोगिता भी जीत चुके हैं। वे राष्ट्रीय स्तर के तैराक भी रह चुके हैं। साल 2022 में उन्होंने हाफ आयरनमैन का खिताब जीता था। इस बार उन्होंने पूर्ण आयरनमैन प्रतियोगिता में जीत हासिल कर के अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
यह खबर भी पढ़ें :- जिय हो बिहार के लाला ! छोटे से गांव के लड़के को Google ने दिया 2 करोड़ का पैकेज, पटना के इस कॉलेज से की है पढ़ाई
सरकार से अनुमति मिलने के बारे में बताते हुए अभिनव गोपाल ने बताया कि प्रदेश सरकार से जब एस्टोनिया जाने की अनुमति मांगी तो बहुत कम समय था। उन्होंने आगे बताया कि ऐसा भी लग रहा था कि अनुमति नहीं मिली तो क्या होगा। लेकिन, सरकार ने कम समय के भीतर बिना समय गंवाए अनुमति दे दी।
सरकार ने तुरंत दे दी थी अनुमति : अभिनव
सरकार से अनुमति मिलने के बारे में बताते हुए अभिनव गोपाल ने बताया कि प्रदेश सरकार से जब एस्टोनिया जाने की अनुमति मांगी तो बहुत कम समय था। उन्होंने आगे बताया कि ऐसा भी लग रहा था कि अनुमति नहीं मिली तो क्या होगा। लेकिन, सरकार ने कम समय के भीतर बिना समय गंवाए अनुमति दे दी।