नलिन ने इंटरव्यू में बताया कि ऑल इंडिया में पहली रैंक प्राप्त करके मैं बहुत खुश हूं। परीक्षा के लिए आठ घंटे पढ़ाई करता था और अपनी इस कामयाबी के लिए मैं अपने टीचर्स को धन्यवाद कहता हूं। नलिन के बड़े भाई निहित अभी जोधपुर से MBBS की पढ़ाई कर रहे हैं।परिवार का भी पूरा सहयोग रहा है। सत्रह वर्षीय नलिन खंडेलवाल ने कहा कि एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के कई संशोधनों ने उन्हें NEET 2019 परीक्षा में शीर्ष रैंक हासिल करने में मदद की।
अच्छे परसेंटाइल के साथ टॉप करने वाले नलिन ने कहा कि “NEET में सफलता के लिए हर विषय खास है। NCERT सिलेबस महत्वपूर्ण है इसलिए मैंने NEET क्रैक करने के लिए कई स्तर पर रीडिंग की। मैंने एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में महत्वपूर्ण रीडिंग के नोट्स बनाए, जो महत्वपूर्ण साबित हुए। NEET 2019 के टॉपर ने आगे कहा, ” मैंने NEET के सभी विषयों के विषयवार अध्ययन किया, ताकि प्रश्नों के पैटर्न और उनके कठिनाई स्तर के बारे में पता चल सके।”
नलिन ने कहा कि वह नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में प्रवेश लेना चाहते हैं और उन्होंने AIIMS 2019 परीक्षा दी है, जिसके परिणाम का उन्हें बेसब्री से इंतज़ार है। उन्होंने कहा कि उन्होंने एमबीबीएस में किसी विशेष स्ट्रीम को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया है।
कोचिंग संचालक ने बताया कि “नलिन एक बहुत ही सरल और शर्मीले छात्र हैं, जिन्होंने पिछले दो वर्षों से NEET की तैयारी पर अपना ध्यान केंद्रित रखा, जिसके कारण वह NEET में शीर्ष रैंक हासिल करने में सफल रहे।” इसके अलावा उन्होंने इस वर्ष केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा में 95.8% अंक प्राप्त किए।
खास मंत्र…
-छह घंटे की कोचिंग क्लासेस के बाद लगभग छह से आठ घंटे घर में पढ़ाई की।
-सोशल मीडिया से पूरी तरह से दूरी बना कर रखी। सोशल मीडिया पर कोई अकाउंट नहीं है।
-अभी कोई स्मार्टफोन नहीं है पास में। स्मार्टफोन का मतलब है समय बर्बाद करना।
-अपनी तैयारी के दौरान कभी आत्मसंतुष्ट नहीं होना चाहिए, बल्कि कड़ी मेहनत करना जारी रखना चाहिए।
-छह घंटे की कोचिंग क्लासेस के बाद लगभग छह से आठ घंटे घर में पढ़ाई की।
-सोशल मीडिया से पूरी तरह से दूरी बना कर रखी। सोशल मीडिया पर कोई अकाउंट नहीं है।
-अभी कोई स्मार्टफोन नहीं है पास में। स्मार्टफोन का मतलब है समय बर्बाद करना।
-अपनी तैयारी के दौरान कभी आत्मसंतुष्ट नहीं होना चाहिए, बल्कि कड़ी मेहनत करना जारी रखना चाहिए।