साल की शुरुआत छुट्टियों भरी होने वाली है। लेकिन छुट्टियों में मौज-मस्ती के साथ-साथ खुद को अनुशासित रखना भी जरूरी है। स्कूल की छुट्टियां मतलब सुबह उठने की जल्दी नहीं, पढ़ना जरूरी नहीं और ढेर सारी मौज-मस्ती व खेलकूद। लेकिन यही वो समय होता है, जब हम खुद की कमजोरियां जानकर उन पर काम कर सकते हैं। छुट्टियों का सही इस्तेमाल (To Do List During Holidays) करने से हम भविष्य में और बेहतर बन सकते हैं।
बहुत से बच्चे ऐसे होते हैं जो पढ़ने में तो अच्छे होते हैं लेकिन उनकी हैंड-राइटिंग अच्छी नहीं होती, जिस कारण से परीक्षाओं में उनके अंक काट लिए जाते हैं। ऐसे में आप छुट्टियों का सही इस्तेमाल करें और हर दिन एक या दो पेज राइटिंग करें।
छुट्टियों के दौरान बच्चों में सुस्ती आ जाती है, इसलिए खेल-कूद (Physical Games For Kids) को अपनी रूटीन में शामिल अवश्य करें। खेल-कूद करने से हड्डियां, मांसपेशियां और दिमाग भी मजबूत होता है। स्कूल के दिनों में व्यस्तता और थकान के कारण सही से खेलकूद करना नहीं हो पाता है। ऐसे में छुट्टियों का समय वो सुनहरा मौका होता है जब बच्चे अपनी दुनिया में खो सकते हैं।
छुट्टियों के दौरान पढ़ने का प्रेशर नहीं होता है। साथ ही की कोई फिक्स रूटीन भी फॉलो नहीं करना होता है। ऐसे में अभिभावकों को अपने बच्चों को अच्छी-अच्छी चीजें सीखानी चाहिए। आप चाहें तो लोक कहानी और धर्म ग्रंथों की मदद से भी अपने बच्चों में सुविचार लाने पर बल दे सकते हैं।
छुट्टियों के दौरान अपने बच्चों को उनके दोस्तों और रिश्तेदारों के पास ले जाएं या उन्हें अपने घर बुलाएं। बच्चे वही सीखते हैं जो हम उन्हें सीखाते हैं। अभिभावकों को छुट्टियों के दौरान बच्चों के साथ समय बीताना चाहिए।
विस्तृत जानकारी के लिए केवल पाठ्यक्रम की किताबें पढ़ना काफी नहीं है। बच्चों को बाल साहित्य, विज्ञान और सामान्य ज्ञान की किताबें पढ़नी चाहिए। स्कूल शुरू होने के साथ बच्चों पर होमवर्क और अन्य चीजों का बोझ इतना बढ़ जाता है कि उन्हें ऐसी किताबों को पढ़ने का वक्त ही नहीं मिल पाता है। लेकिन छुट्टी के दौरान आप एक्स्ट्रा नॉलेज को मजबूत कर सकते हैं।