सैनिक स्कूल में दाखिले के लिए एनटीए द्वारा आयोजित अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा (AISSEE) पास करना जरूरी है। इस परीक्षा में पास करने के बाद काउंसलिंग और मेडिकल टेस्ट देना होता है। इसके बाद डॉक्यूमेंट की जांच होती है। इन सभी चरणों में पास होने के बाद ही किसी भी छात्र को सैनिक स्कूल में प्रवेश दिया जाता है।
सैनिक स्कूल की फीस बहुत कम है। वर्ष 2023 में यूनिफॉर्म, एडमिशन, ट्यूशन फीस, खान-पान आदि मिलाकर यहां की कुल फीस 1,42,599 रुपये थी। आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए फीस स्ट्रक्चर में छूट दी गई है।
सैनिक स्कूल में दाखिले के लिए कब होगी काउंसलिंग, जानिए
देशभर में सैनिक स्कूलों की बढ़ती लोकप्रियता के कारण इसके ब्रांच भी बढ़ रहे हैं। यहां अंग्रेजी मीडियम में पढ़ाई होती है।
सैनिक स्कूल एक तरह का बोर्डिंग स्कूल है, जहां बच्चों को रहने और खाने-पीने की सुविधा प्रदान की जाती है। हॉस्टल फीस भी कुल फीस में जुड़ा होता है।
आमतौर पर सैनिक स्कूल में आर्मी बैकग्राउंड के बच्चे पढ़ते हैं। लेकिन आम नागरिकों के बच्चों के लिए भी कुछ सीट्स होते हैं। आम बच्चों को सैनिक स्कूल में दाखिला पाने के लिए AISSEE परीक्षा से गुजरना होता है।
सैनिक स्कूल में दाखिले के लिए AISSEE परीक्षा में पास करना जरूरी है, जिसके बाद काउंसलिंग का चरण आता है और फिर मेडिकल टेस्ट व डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया होती है।
सैनिक स्कूलों में सीबीएसई बोर्ड होता है। यहां पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को एनडीए, एनए और सशस्त्र बल में सरकारी नौकरी के लिए तैयार किया जाता है।
कब जारी होंगे सीबीएसई 10वीं और 12वीं कक्षा के परिणाम
सैनिक स्कूल कक्षा 6 में दाखिले के लिए 31 मार्च, 2024 तक छात्र की उम्र 10 से 12 साल के बीच होनी चाहिए (Sainik School Age Limit Class 6)।
सैनिक स्कूल कक्षा 9 में दाखिले के लिए 31 मार्च, 2024 तक छात्र की उम्र 13 से 15 साल के बीच होनी चाहिए (Sainik School Age Limit Class 9)।
सैनिक स्कूल से पढ़ाई करने वाले ज्यादातर छात्र सेना में नौकरी के लिए एनडीए की तैयारी करते हैं। साथ ही सैनिक स्कूल में बहुत कड़ाई से अनुशासन का पालन कराया जाता है। ऐसे में यहां के छात्र सरकारी नौकरी में सफल हो जाते हैं।