भारत के सैनिक स्कूल में शिक्षा और अनुशासन दोनों की ट्रेनिंग दी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि वहां से पढ़कर निकले विद्यार्थी भविष्य में कुछ अच्छा करते हैं। सैनिक स्कूल का एडमिशन टेस्ट काफी कठिन होता है। इस वजह से कई छात्र इसे पास नहीं कर पाते। साथ ही सैनिक स्कूल में दाखिले के लिए कई मापदंडों का पूरा होना अनिवार्य होता है। आइए, जानते हैं विस्तार से।
सैनिक स्कूल CBSE आधारित होता है। यहां पढ़ाई के साथ-साथ NDA (National Defence Academy) आदि में तैयारी के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सैनिक स्कूल की एक साल की फीस 50,000 से लेकर 1,00,000 तक होती है। हालांकि, देश के अलग-अलग सैनिक स्कूलों की फीस में अंतर होता है।
सैनिक स्कूल में दो बार एडमिशन करा सकते हैं, एक कक्षा 6 में और एक कक्षा 9वीं में। कक्षा 6 में दाखिला के लिए छात्रों की उम्र 10-12 साल के बीच होनी चाहिए। वहीं कक्षा 9 में दाखिला के लिए बच्चों की उम्र 13-15 होनी चाहिए।
सैनिक स्कूल में दाखिला पाने के लिए ऑल इंडिया लेवल का एंट्रेंस एग्जाम (AISSEE) देना होता है। बता दें, इन स्कूलों में ज्यादातर सीट्स आर्मी बैकग्राउंड से आने वाले लोगों के लिए होता है। वहीं कुछ सीट्स पर पूरे देश से आवेदन लिए जाते हैं।
सैनिक स्कूल में आवेदन के लिए आवेदन फॉर्म भर सकते हैं जो हर साल अक्टूबर से नवंबर या नवंबर से दिसंबर महीने में निकलता है। अगर आप भी सैनिक स्कूल में एडमिशन लेना चाहते हैं तो इस दौरान ऑनलाइन अप्लाई करें। बता दें, कई प्राइवेट स्कूल में सैनिक स्कूल के लिए फॉर्म भराया जाता है और साथ ही एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी भी कराई जाती है।