इसके लिए २ अगस्त को ही सीट मैट्रिक्स जारी की जाएगी। इसके जरिए स्टूडेंट्स विभिन्न कॉलेजों में खाली सीटों की स्थिति जान सकेंगे। १२ अगस्त को स्पेशल राउंड का अलॉटमेंट जारी होगा। डायरेक्ट एडमिशन के दौरान कॉलेजों को स्टूडेंट्स के डॉक्यूमेंट चैक कर मैरिट बनानी होगी। इसकी जानकारी रीप आयोजक सेंटर फॉर इलेक्ट्रॉनिक गवर्नेंस को देनी होगी। १४ अगस्त को इंस्टीट्यूट्स की रिपोर्टिंग के बाद किसी भी तरह का एडमिशन नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि राजस्थान टेक्नीकल यूनिवर्सिटी के १०० से ज्यादा इंजीनियरिंग कॉलेजों में ३८ हजार सीटें हैं। इन सीटों के लिए छात्र 3 अगस्त से कॉलेजों में आवेदन कर सकेंगे।
१२ अगस्त तक स्पेशल राउंड का अलॉटमेंट जारी होगा। १४ अगस्त तक प्रक्रिया पूरी करेंगे।
– डॉ. अविनाश पंवार, डायरेक्टर, सेंटर फॉर इलेक्ट्रॉनिक गवर्नेंस
१४ हजार ही आई थी एप्लीकेशनरीप के लिए महज १४ हजार ही एप्लीकेशन आई थी। इनमें से ७६४१ स्टूडेंट्स ने एडमिशन ले लिया है। हालांकि स्पॉट राउंड में दो से तीन हजार सीटों पर एडमिशन की उम्मीद जताई जा रही है। दूसरी ओर लेटरल एंट्री प्रॉसेस के जरिए इंजीनियरिंग सेकंड ईयर में पॉलिटेक्नीक और डिप्लोमा स्टूडेंट्स के लिए एडमिशन की प्रक्रिया जारी है।
इंजीनियरिंग कॉलेजों में होगा १५ दिन का इंडक्शन प्रोग्राम
राजस्थान टेक्नीकल यूनिवर्सिटी (आरटीयू) के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों में बुधवार से नए सेशन की शुरुआत होगी। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन (एआइसीटीई) की ओर से इंजीनियरिंग कॉलेजों में पहली बार २१ दिन का इंडक्शन इंट्रोड्यूस किया गया है। आरटीयू ने इसमें थोड़ा बदलाव करते हुए १५ दिन रखा है। इसमें कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए फिजीकल एक्टिविटी, क्रिएटिव आर्ट, कम्यूनिकेशन और एमिनेंट पीपल के लेक्चर आयोजित करा सकते हैं।
कॉलेजों को २० स्टूडेंट्स पर एक फैकल्टी को मेंटर अपॉइंट करना होगा। इन मेंटर्स के जरिए स्टूडेंट्स कॉलेज में आने वाली समस्याओं पर चर्चा कर सकेंगे। एआइसीटीई और आरटीयू अधिकारियों का मानना है कि इंडक्शन से स्टूडेंट्स को कॉलेज के माहौल में ढलने में आसानी होगी। आरटीयू के एकेडमिक कैलेंडर के मुताबिक क्लासेज की शुरुआत १६ अगस्त से होगी। उल्लेखनीय है कि इस बार फस्र्ट और सेकंड ईयर के लिए नया कोर्स कॅरिकुलम भी जारी किया गया है।