पिछड़ रही हैं प्रतिभाएं
नर्सिंग में एक तरफ एडमिशन प्रोसेस में उच्च प्राप्तांक वाले विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता है, वहीं उन्हीं कॉलेज में कम मार्क्स लाने वाले विद्यार्थियों को सीधे एडमिशन दिया जाता है। गत वर्ष तक भी इस तरह से जमकर एडमिशन दिए गए। कम नंबर होने के बावजूद डोनेशन से कम नम्बर पर भी एडमिशन मिले।
इस तरह होता है एडमिशन
प्रवेश में 50 प्रतिशत सीटें फैडरेशन के कोटे से भरी जाती हैं। शेष 50 प्रतिशत के लिए नर्सिंग कोर्स में एडमिशन के लिए एग्जाम होते हैं। जीएनएम में 12वीं कक्षा की मेरिट पर काउंसलिंग से सीटें भरी जाती हैं। प्रवेश नर्सिंग में जीएनएम, बीएससी नर्सिंग, बीएएससी और एमएससी नर्सिंग में दिया जाता है।