बीएचयू की इस बैठक में NEP को मंजूरी मिली। बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि ऑनर्स और शोध में चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम को लागू किया जाएगा। इन पाठ्यक्रमों को स्नातक ऑनर्स या स्नातक ऑनर्स विद रिसर्च का नाम दिया जाएगा। विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने वाले कुल विद्यार्थियों में ऐसे दस प्रतिशत विद्यार्थी मेरिट के आधार पर स्नातक ऑनर्स विद रिसर्च में प्रवेश पा सकेंगे, जिनका सीजीपीए 7.5 या उससे अधिक होगा। इस बैठक की अध्यक्षता कुलपति सुधीर कुमार जैन ने की।
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बैठक में शामिल सदस्यों ने बताया कि विभिन्न विभाग और संकायों में चल रहे पाठ्यक्रमों की फीस में अंतर है, जिसके बाद बैठक में फीस में एकरूपता लाने और जटिलताओं को समाप्त करने के मुद्दे पर बात की गई। यह भी पढ़ें
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विश्वविद्यालय की इस बैठक में यह फैसला हुआ कि सभी स्नातक विद्यार्थियों को मल्टीडिसिप्लिनरी कोर्सेज, क्षमता विकास, कौशल विकास के साथ-साथ इंटर्नशिप भी करनी होगी। स्नातक ऑनर्स विद रिसर्च के स्टूडेंट्स को अंतिम सेमेस्टर में डिजर्टेशन भी प्रस्तुत करना होगा।इस बैठक में उस प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई, जिसके तहत ये प्रावधान है कि 70 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले छात्रों को हॉस्टल नहीं आवंटित होंगे। प्रत्येक विभाग से कहा गया कि वो नए सिरे से उपस्थिति सूची तैयार करें।