दिव्यांश न्यूमोथोरैक्स (Pneumothorax) नाम की गंभीर फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे हैं। उनके पिता भारतीय सेना में हैं। दिव्यांश अपने पिता और चाचा से प्रेरित होकर सेना में शामिल होना चाहते थे। लेकिन उनके पिता ने उन्हें एक नई दिशा दिखाई और कहा कि डॉक्टर बनकर भी वो समाज सेवा कर सकते हैं। इस तरह उनका नीट में बैठने और डॉक्टर बनने का सफर शुरू हुआ।
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नीट यूजी की तैयारी (NEET UG Preparation) की तैयारी के लिए दिव्यांस कोटा (Kota News) आए। वहां उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी, जिसके बाद पता चला कि दिव्यांश को न्यूमोथोरैक्स (Divyansh Cracked NEET Who Have Pneumothorax Disease) है। उनका एक फेफड़ा फट गया था और वह एक फेफड़े से सांस ले रहे थे और उन्हें एक हफ्ते के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान जिस संस्थान में वे तैयारी कर रहे थे, वहां के शिक्षक नियमित तौर पर उनसे मिलने आते थे और उन्हें मोटिवेट करते थे। यह भी पढ़ें