बैठक में शर्मा ने कहा कि यातायात नियम तोडऩे वालों के लाइसेंस रद्द करने के लिए परिवहन विभाग द्वारा कार्रवाई की जाए, साथ ही लाइसेंसों को आधार से लिंक करने का सुझाव दिया ताकि अन्यत्र स्थान से नया लाइसेंस न बनवाया जा सके।
शर्मा ने कहा, जिला सडक़ सुरक्षा समिति की नियमित बैठकें हों और समिति ऐसे स्थानों को चिह्नित करे, जहां अधिक दुर्घटनाएं हुई हों। ऐसा करने से दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकेगी। बैठक में बताया गया कि ग्रामीण सडक़ों पर राष्ट्रीय एवं राजकीय राजमार्ग की अपेक्षा अधिक हादसे हुए हैं। प्रदेश में 463 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं।